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प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं ! पुलिस विभाग की इस रिपोर्ट में हुआ चौंका देने वाला खुलासा

महिलाओं की सुरक्षा का दम भरने वाली सरकार के राज में सबसे अधिक लूट का शिकार महिलाएं ही हुई हैं।

सीकरFeb 16, 2018 / 11:10 am

Vinod Chauhan

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जोगेन्द्र सिंह गौड़, सीकर.

महिलाओं की सुरक्षा का दम भरने वाली सरकार के राज में सबसे अधिक लूट का शिकार महिलाएं ही हुई हैं। बानगी यह है कि पिछले चार साल की हुकुमत में करीब दो हजार महिलाओं के साथ लूट की वारदातें हुई हैं। घटना के दौरान इन महिलाओं के मंगलसूत्र तक आरोपित लूट कर ले गए। लेकिन, सरकार हाथ पे हाथ धरे बेठी रही। हालात चौंकाने वाले इसलिए भी हैं कि लूट का शिकार हुई इन महिलाओं में 722 महिलाएं वे हैं जो कि, प्रदेश की राजधानी जयपुर में निवास कर रही थीं। जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग द्वारा जारी इन आंकड़ों में एक जनवरी 2014 से 31 जनवरी 2018 तक प्रदेश में महिलाओं के साथ लूट के 1931 प्रकरण दर्ज किए गए। जिनमें महिलाओं के मंगलसूत्र लूट कर ले जाने के अलावा उनके हाथ से नकदी, चेन, गहने व मोबाइल तक आरोपित दिन-दहाड़े छीन ले गए। हालांकि घटना के बाद पुलिस चेती भी लेकिन, अपने ढीले रवैये के कारण आधे मामलों में ही बरामदी कर फिसड्डी साबित हुई। इनमें सबसे ज्यादा घटना अकेले जयपुर जिले में घटी। जहां जयपुर उत्तर में 43, जयपुर दक्षिण में 197, जयपुर पूर्व में 233 व जयपुर ग्रामीण में लूट का शिकार होने वाली 49 पीडि़त महिलाएं शामिल हैं। जबकि 121 महिलाओं के साथ लूट की वारदात में कोटा जिला दूसरे और तीसरा नंबर अजमेर जिले का है। यहां 112 महिलाओं ने लूट के प्रकरण दर्ज कराकर उनके साथ न्याय करने की गुहार पुलिस के सामने लगाई हैं।


एक भी जिला नहीं अछूता
स्थिति यह है कि लूट की इन घटनाओं में प्रदेश का एक भी जिला अछूता नहीं है। जहां किसी महिला को नहीं लूटा गया है। हालांकि जीआरपी जोधपुर , कोटा ग्रामीण व सिरोही जिला ही ऐसा खुश नसीब रहा है। जहां केवल एक-एक महिला के साथ लूट की वारदात हुई। बाकी सभी जिलों में लूट का यह आंकड़ा दिन-बदिन बढ़ता चला गया था।

बरामदगी में अटके हजार मामले
लूट के इन दो हजार मामलों में 1099 घटनाएं ऐसी हैं। जिनमें पुलिस एक फुटी कौड़ी तक बरामद नहीं कर पाई है। जबकि मौके पर ही आमजन की सजगता के कारण 1835 आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए थे। केवल 832 प्रकरण ऐसे हैं। जिनमें पुलिस ने बरामगी के प्रयास किए हैं।

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