अब रात को ठहर सकेंगे श्रद्धालु
धाम पर दूर दराज से आने वाले श्रद्धालु रात को ठहर सके इसके के लिए दो मंजिला विश्राम गृह का निर्माण और कुंड का निर्माण होगा। भविष्य में सबकुछ सही रहा तो दोनों धामों का विकास कार्य जल्द शुरू होगा। नीमकाथाना तहसील के आस-पास में यह सबसे बड़ा धाम है।
सावन में लाखों की संख्या में आते है श्रद्धालु
धाम पर हर वर्ष सावन माह में लाखों की संख्या में श्रद्धालु व पर्यटक शीश नवाने आते है। धाम पर विकास कार्य होने से पर्यटन स्थल को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही ग्रामीणों को रोजगार के अवसर भी मिलेगें। विकास होने से बालेश्वर धाम और भागेश्वर पर विदेशी सैलानी आ सकेगे। क्षेत्र में स्थित सभी धामों के विकास को लेकर राजस्थान पत्रिका समय समय पर समाचार प्रकाशित कर जिम्मेदारों को ध्यान आकर्षित करवाया है।