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पुरानी गलतियों से भी बिजली कंपनियों ने नहीं लिया सबक

इस बार फिर दूसरे राज्यों में होगी भर्ती: राजस्थान के अलावा दिल्ली, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र व पंजाब सहित अन्य राज्यों में होगी परीक्षा

सीकरMar 03, 2021 / 05:40 pm

Suresh

पुरानी गलतियों से भी बिजली कंपनियों ने नहीं लिया सबक

पुरानी गलतियों से भी बिजली कंपनियों ने नहीं लिया सबक

सीकर. प्रदेश में बिजली कंपनियों ने पुरानी गलतियों से भी बिल्कुल भी सबक नहीं लिया जा रहा है। पिछली सरकार के समय बिजली कंपनियों की ओर से हुई विभिन्न पदों की भर्ती में राजस्थान के अलावा दूसरे राज्यों में परीक्षा सेंटर निर्धारित करने के मामले ने जमकर तूल पकड़ा था। इसके बाद फिर से बिजली कंपनियों ने असिस्टेंट पर्सनल ऑफिसर, जूनियर लीगल ऑफिसर, जूनियर अकाउंटेंट, स्टेनोग्राफर, जूनियर असिस्टेंट व कॉर्मशियल असिस्टेंट द्वितीय के पदों के लिए होने वाली भर्र्ती सेंटर राजस्थान के अलावा दूसे राज्यों में भी दे दिए है। विद्युत कंपनियों की ओर से राजस्थान के अलावा दिल्ली एनसीआर क्षेत्र, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश में 31 सेंटर स्थापित किए है। इस भर्ती में पांच लाख से अधिक बेरोजगारों के आवेदन करने की संभावना है। ऐसे में राजस्थान की परीक्षा होते हुए भी प्रदेश के बेरोजगारों को दूसरे राज्यों में परीक्षा देने के लिए जाना पड़ेगा। इस मामले में प्रदेशभर के बेरोजगारों ने बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनरतले प्रदेश की राजधानी सहित विभिन्न जिला मुख्यालयों पर भी प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार की ओर से युवाओं को ज्यादा सेंटर राजस्थान में अलॉट करने का आश्वासन दिया गया। इधर, युवाओं ने जल्द निर्णय नहीं बदलने पर प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी दी है।
फीस को लेकर भी उठ रहे सवाल
विद्युत कंपनियों की ओर से तय आवेदन फीस को लेकर भी सवाल उठ रहे है। कंपनियों ने विभिन्न पदों के लिए अधिकतम 1600 रुपए तक फीस तय की है। जबकि अन्य भर्ती परीक्षाओं में यह आंकड़ा 600 से 800 के बीच है। परीक्षा के लिए आवेदन दो मार्च से शुरू हो गए है। आवेदन 22 मार्च तक होंगे। बेरोजगारों का कहना है कि विभाग की ओर से संभावित परीक्षा तिथियों को लेकर भी कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है।
राजस्थान में दस सेंटर, जबकि अन्य राज्यों में 21
प्रदेश में दस शहरों में सेंटर तय किए है। इसमें आबूरोड, अजमेर, अलवर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, सीकर, श्रीगंगानगर व उदयपुर शहर शामिल है। जबकि अन्य राज्यों में 21 सेंटर तय किए गए है। बिजली कंपनियों की ओर से दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गे्रटर नोएडा, अहमदाबाद, मुम्बई, नागपुर, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, भोपाल, गांधी नगर, मेहसाना आदि शहर शामिल है।
परीक्षा राजस्थान की, फिर भी सिलेबस में ज्यादा टॉपिक नहीं
बेरोजगारों का आरोप है कि परीक्षा में राजस्थान के सभी विषयों के टॉपिक को शामिल नहीं किया गया है। पिछली भर्ती के समय सामान्य ज्ञान में राजस्थान के सभी टॉपिकों को पूरी तरह शामिल करने का आश्वासन दिया था। लेकिन इस भर्ती में राजस्थान के सामान्य ज्ञान को पूरी तरह तरहीज नहीं मिली है। अभ्यर्थियों ने इस मामले में जल्द विस्तृत सिलेबस जारी करने की मांग की है।
बेरोजगारों के यह आरोप
1. प्रदेश में विभिन्न विभागों की ओर से आठ से दस लाख युवाओं की ऑनलाइन परीक्षाए ली जाती रही है। ऐसे में बिजली कंपनी सभी सेंटर राजस्थान में क्यों नहीं बनाना चाहती है। युवाओं का आरोप है कि दूसरे राज्यों में सेंटर होने से परीक्षा में घपला होने की उम्मीद बढ़ेगी।
2.दूसरे राज्यों में सेंटर अधिक होने से यहां के युवाओं को भी दूसरे राज्यों में सेंटर मिल सकता है। ऐसे में यहां के युवाओं को महंगी परीक्षा फीस देने के बाद अपने खर्चे पर दूसरे राज्य में जाना पड़ेगा। इससे बेरोजगारों की जेब ढ़ीली होगी।
कंपनियों की मनमानी नहीं होगी बर्दाश्त
प्रदेश में बिजली कंपनियों की ओर से हर बार अपनी मनमर्जी से दूसरे राज्यों में सेंटर बना दिए जाते है। पिछली भर्र्ती में भी इस मामले को लेकर राज्य सरकार की काफी बदनामी हुई थी। पाठ्यक्रम में राजस्थान का सिलेबस भी नहीं जोड़ा गया है। यदि कंपनियों ने जल्द नियमों बदलाव नहीं किया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
उपेन यादव, प्रदेश अध्यक्ष, बेरोजगार एकीकृत महासंघ

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