सडक़ों पर बसों का साम्राज्य : सूनसान जगह पर बस स्टैंड, जाने से कतराते हैं ड्राइवर
सीकर•Mar 14, 2019 / 06:45 pm•
Kailash
सडक़ों पर बसों का साम्राज्य : सूनसान जगह पर बस स्टैंड, जाने से कतराते हैं ड्राइवर
सडक़ों पर बसों का साम्राज्य : सूनसान जगह पर बस स्टैंड, जाने से कतराते हैं ड्राइवरदेते हैं बसें
रात को सडक़ किनारे खड़ी रहती है बसें
आधा दर्जन डिपो की बसों का होता है नीमकाथाना में रात को ठहराव
सडक़ किनारे गुजरते हंै चालक व परिचालक रात
नीमकाथाना.कहने को तो सीकर हैडक्वाटर के बाद जिले की सभी विधानसभाओं में सबसे बड़ी विधानसभा नीमकाथाना है। मगर शहर में सुविधाओं की तरफ ध्यान दिया जाए तो यहां कि जनता हर तरफ परेशान होती नजर आती है। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि शहर में खेतड़ी मोड़ से महज कुछ दूरी पर वर्षों पुराना रोडवेज बस डिपो है।
उसको शुरू करवाने के लिए क्षेत्र की जनता मोहताज हो रही है। हालांकि प्रशासन ने पिछली सरकार में डिपो को शुरू करवानेे के लिए पूरी ताकत लगाई। मगर राजनेताओं के आगे प्रकिया के कागज रद्दी की टोकरी में ही चले गए। वर्तमान में परिवहन को लेकर बात की जाए तो शहर की पूरी व्यवस्था बेटरी हो रही है। यात्री बसों को पकडऩे के लिए दिनभर इधर उधर भटकते रहते हैं।
शहरवासियों की मांग है कि वर्तमान सरकार डिपो को शुरू करवो दे तो यात्रियों को तो सुविधा मिल जाए। साथ ही विभाग को राजस्व का भी फायदा मिलेगा।
शहर में वर्षों पुरान बस स्टैण्ड होने के बावजूद सभी चालक व परिचालक रोडवेज बसों को सडक़ किनारे खड़ी कर रात काटते हैं। इससे उनके साथ कभी भी हनहोने हो सकती है। प्रशासन स्टैण्ड को शुरू करवा दे तो चालक व परिचालकों को सुविधा मिल जाए।
खाटू मेले के बाद टोडा के लिए रोडवेज बस संभव
टोडा. नीमकाथाना से टोडा के लिए शाम बजे बाद कोई बस नहीं होने पर यात्रियों को एक साल से परेशानी झेलनी पड़ रही हैं। शाम पांच बजे बाद नीमकाथाना से टोडा पहुंचने वाले यात्री भराला मोड़ या गणेश्वर तक किसी वाहन से कैसे-जैसे पहुंच रहे। इसके बाद टोडा, दरीबा, मोकलवास, लुहारवास या अन्य गांवों के लोगों को पैदल या निजी वाहन से सफर कर घर पहुंचना पड़ रहा है।
ऐसे में लोगों को समय व धन ही हानि झेलनी पड़ रही है। वहीं पर लोगों का कहना कि टोडा से जिले की दूरी लगभग ११० किमी है। जिले तक पहुंचना तो आसान है।
लेकिन जिले से टोडा पहुंचना टेढ़ी खीर है। लोगों की मांग है कि शाम के समय गांव के लिए रोडवेज बस चलाई जाये। जो रात्रि में टोडा रूक कर सुबह वापस रवाना हो जाये। ऐसे में यात्रियों की परेशानी दूर हो सकती है।
सीकर डिपो की चल सकती है बस
नीमकाथाना से वाया भराला मोड़, बालेश्वर व दरीबा होते हुए टोडा के लिए सीकर डिपो की बस चल सकती है। सीकर डिपो की कुछ बसें नीमकाथाना में रात को रूकती हैं। इनमें से एक बस टोडा के लिए चलाई जा सकती है।
एनएच ६५ और ११ पर डीजल चोर गिरोह सक्रिय
होटलों पर खड़े ट्रकों का चुराते है तेल
फतेहपुर/रामगढ़ शेखावाटी. कस्बे से निकल रहे नेशनल हाईवे 65 व 11 पर इन दिनों डीजल चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय है। गिरोह लगातार ट्रकों से डीजल चुरा रहा है। आए दिन ऐसी घटना से ट्रक चालक खासे परेशान हैं। जानकारी के अनुसार हरियाणा से पाली, जोधपुर तथा जयपुर से बीकानेर की ओर जाने वाला हाईवे फ तेहपुर व रामगढ़ से होकर गुजर रहा है। रात को ट्रक चालक फतेहपुर, रोलसाहबसर तथा रामगढ़ इलाके में किसी ढाबे पर रात्रि विश्राम करते हैं। रात को ढाबे पर खड़े ट्रक से तेल चोरी हो जाता है।
बीते 15 दिन में इस तरह की चार वारदात सामने आ गई। एक माह पूर्व रोलसाहबसर में ट्रक ले-बाई पर खड़े ट्रक से आधी रात को तेल चुराते हुए एक ट्रक के कुछ लोगों को देखा गया। तेल चोरी करने वाले ट्रक का नंबर भी पुलिस को बताकर मामला दर्ज करवाया गया, फिर भी पुलिस चोरों तक नहीं पहुंच पा रही है। चार दिन पहले सालासर रोड के एक होटल से 4 ट्रकों की टंकी से एक साथ डीजल चोरी हो गया था। इससे ट्रक व ढाबा चालकों में खासा आक्रोश हैं।
ट्रक चालकों ने किया वीडियो वायरल
डीजल चोरी होने के बाद ट्रक चालकों ने एक वीडियो बना कर वायरल किया। वीडियो में उन्होंने कहा कि यहाँ पर राजस्थान नंबर के ट्रक में से डीजल चोरी नहीं होता है व हरियाणा नंबर व अन्य राज्यो के ट्रकों से डीजल चोरी हो रहा है। उन्होंने वीडियो में स्थान का भी जिक्र करते हुए कहा कि यहाँ गाड़ी नहीं रोके व डीजल टैंक का ध्यान रखें।
फतेहपुर क्षेत्र से तीन हाईवे निकल रहे हैं। सालासर, बीकानेर, सीकर, चूरू व मंडावा की ओर हाईवे जाता है। पुलिस के द्वारा हाईवे पर ठीक से पेट्रोलिंग नहीं हो रही है। ऐसे में हाईवे पर वारदात बढ़ रही है। फतेहपुर से सालासर के मध्य न कोई चौकी है ना थाना। सालासर में भी थाना अंदर रह जाता है और हाइवे बाहर से निकल जाता है। ना ही मंडावा वाले रास्ते पर कोई चौकी या थाना है। ऐसे में अपराधी वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।
रोलसाहबसर गांव में लाखों की लागत से विभाग ने पुलिस चौकी तो बना दी उस में चौकीदार नहीं छोड़े। चौकी में सिपाहियों की ड्यूटी केवल कागजों में चल रही है। चौकी के पास में स्थित ढाबे से ही दो बार खड़े ट्रकों से डीजल चोरी हो गया।