गौरतलब है कि शनिवार की आधी रात बाद बेसवा रोड पर बदमाशों को पकडऩे गई पुलिस पर फायरिंग कर दी गई थी। घटना में कोतवाल व कांस्टेबल की गोली लगने से मौत हो गई थी और हमलावर वारदात के बाद फरार हो गए थे। पुलिस रिपोर्ट में अजय चौधरी, जगदीप उर्फ धनकड़, ओमप्रकाश उर्फ ओपी व दिनेश उर्फ लारा को गोली चलाने में नामजद किया गया था।
मंगलवार रात पुलिस द्वारा इंटरनेट सेवा अचानक बंद करने के बाद अफवाह उड़ती रही कि फायरिंग के आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर जानकारी नहीं फैले। इसलिए पुलिस ने नेट सेवा को बंद करवा दिया है।
फतेहपुर कोतवाली व सदर के अलावा उसके आस-पास के थानों में भी पुलिस की नफरी कम रह गई है। इनमें ज्यादातर को आरोपियों के सुराग जुटाने की जिम्मेदारी सौंप रखी है। लिपिक और संतरी के अलावा दो-तीन पुलिस जवान थानों में मौजूद हैं। बाकी इन जगहों पर स्थानीय से ज्यादा बाहर के पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाल रखा है। आईजी से लेकर जिले के उच्च अधिकारी फतेहपुर में डटे हुए हैं।