शुक्रवार को सुबह करीब छह तक फतेहपुर में बिल्कुल भी कोहरा नहीं था। इसके बाद अचानक से घना कोहरा छा गया और 20 फीट से आगे दिखाई देना भी बंद हो गया। इस कोहरे की वजह से वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। आगे दिखाई नहीं देने की वजह से ही हादसे हुए। हालांकि तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आई है और शुक्रवार को फतेहपुर मौसम केंद्र पर न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछदिन घना कोहरा छा सकता है।
कोहरे की वजह से हुए हादसों में बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। यहां एनएच 11 पर रोलसाहबसर के तन में स्थित मालियों की ढाणी के पास एक मारुती वैन व टैंपो में आमने सामने की भिडं़त हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों के परखचे उड़ गए। कार रतनगढ़ से फतेहपुर की तरफ आ रही थी और टैंपो रतनगढ़ जा रहा था। हादसे में वार्ड 20 रतनगढ़ निवासी दुर्गादेवी (75) पत्नी इंद्रचंद जांगिड़ की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि दुर्गादेवी काफी समय से बीमार थी और परिवार के लोग उसे इलाज के लिए जयपुर ले जा रहे थे।
पोस्टमार्टम करवाकर परिजनो को सौंप दिया
उसके साथ उसकी पुत्रवधू गायत्री, पोता माणकचंद, देवर श्यामलाल व गाड़ी का ड्राइवर कमल कुमार माली भी थे। हादसे में ये सभी लोग गंभीर घायल हो गए। इनके अलावा टैंपो में सवार खांजी का बास निवासी जगदीश पुत्र शिशपाल, रणजीत पुत्र पोखरराम,फतेहपुर निवासी आशिफ पुत्र शरीफ व मोहम्मद हुसैन पुत्र यासीन भी घायल हो गए। सूचना पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को धानुका अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने यहां दुर्गादेवी के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनो को सौंप दिया।
यहां हुए चार अन्य हादसे
पहला हादसा फतेहपुर बीड़ में हुआ। यहां एक तुड़ी की ट्राली अनियंत्रित होकर पलटी खा गई। जिससे करीब दो घंटे तक हाइवे पर जाम की स्थिती बनी रही। काफी मशक्कत के बाद इसे रोड से हटाया गया। हालांकि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। दूसरा हादसा हाइवे पर ही हरसावा बड़ा के पास हुआ। यहां एक रोडवेज बस ने ट्रक को टक्कर मार दी। जिसमें आधा दर्जन लोगों को हल्की चोटें आई।
इस हादसे में भी कई लोग चोटिल हुए
कुछ देर बाद ही रतनगढ़ रोडपर अनोखी हट के पास लोक परिवहन की बस व ट्रक में भिडं़त हो गई। इस हादसे में भी कई लोग चोटिल हुए। हालांकि कोई गंभीर घायल नहीं हुआ। गांगियासर गांव के पास एक जीप व पिकअप में भी आमने सामने भिडं़त हो गई। जिसमें तीन लोगों को चोटें आई।
अस्पताल में लग गई कतार
एक साथ इतने हादसे होने की वजह से धानुका अस्पताल में घायलों की कतार लग गई। काफी संख्या में घायल वहां पहुंचे। अस्पताल प्रशासन ने भी चार डॉक्टरों की टीम को इलाज के लिए लगा दिया। जिससे इलाज को लेकर कोई परेशानी नहीं हुई।