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राजस्थान भाजपा सरकार के चार साल : बहुत खराब रहे सीकर के सूरत-ए-हाल, जानिए कौनसे वादे कितने हो पाए पूरे

सीकर. राज्य की मौजूदा सरकार का चार साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। लेकिन सीकर जिले को कोई बड़ा तोहफा नहीं मिल पाया।

सीकरDec 08, 2017 / 02:17 pm

vishwanath saini

sikar politics
सीकर. राज्य की मौजूदा सरकार का चार साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। लेकिन सीकर जिले को कोई बड़ा तोहफा नहीं मिल पाया। सरकार वो वादे भी पूरे नहीं कर पाई जो चुनाव के वक्त किए थे। जिले की सबसे बड़ी मांगों और सौगातों के प्रोजेक्ट केवल कागजों में ही घूमते रहे। कभी फ्लोराइड मुक्त पानी की बात हुई तो कभी मिनी सचिवालय की। लंबे समय से चुनावी जुमला बनी प्याज मंडी का काम भले ही शुरू हुआ हो, लेकिन जिले के किसानों को इसका फायदा नहीं मिल पाया है। जिले की आठों विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो कहीं भी कोई बड़ा काम सरकार की तरफ से नहीं करवाया गया है। हर क्षेत्र की मांगे आज भी जस की तस हैं।

विधानसभा क्षेत्र सीकर
मांग: सरकार के चुनाव से पहले के वादे
1 सीकर शहर में सीवरेज शुरू करना
2 मेडिकल कॉलेज
3 शहर में जलभराव की समस्या का निदान
4 आवारा पशुओं की समस्या का निराकरण
5 यूआईटी के माध्यम से नई कॉलोनियों की सौगात , शहर के बाहरी इलाकों में बसी कॉलोनियों में सुविधाओं का विस्तार
6 पिछली सरकार के अधूरे प्रोजेक्ट जैसै जनाना अस्पताल, नगर परिषद भवन व बिजली लाइनों को अंडरग्राउंड करना।

क्या हुआ इन मांगों व वादों का?
1 शहर में सीवरेज की लाईन डालने का काम भले ही चल रहा हो लेकिन आमजन को इसकी सौगात नहीं मिल पाई है। सीवरेज कब शुरू होगा यह आज भी तय नहीं है।
2 मेडिल कॉलेज अभी भी कागजों में ही सिमटी है। कब शुरू होगी कोई तय नहीं है।
3 राधाकिशनपुरा सहित कई कॉलोनियों में आज भी वे ही हालात हैं जो पहले थे। नवलगढ़ पुलिया के पास हालांकि संपवैल बनाया गया है। कई कॉलोनियां बारिश के मौसम में जलमग्न रहती हैं।
4 आवारा पशुओं के लिए भले ही आमजन ने आगे आकर नंदीशाला का काम शुरू करवाया लेकिन सरकार ने इस संबंध में कोई सौगात नहीं दी।
5 स्थापना के बाद से आजतक यूआईटी कोई कॉलोनी नहीं काट पाई है। सुविधाओं के नाम पर भी कुछ नहीं किया। केवल पट्टे व नोटिस देने के काम किए हैं।
6 जनाना अस्पताल को चालू तो किया लेकिन वहां भी समस्याओं का अंबार है। नगर परिषद का भवन आज भी निर्माणाधीन ही है जबकि पिछली सरकार के वक्त काम चालू हो गया था।
अभी तक सीकर को कोई बड़ी सौगात नहीं मिली है। सरकार यहां आएगी तभी कोई सौगात मिलेगी। ऐसे तो क्या सौगात मिलती।
रतन जलधारी, विधायक सीकर

दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र
1 इलाके की सबसे बड़ी समस्या पेयजल किल्लत को दूर करना। नहरी पानी यहां तक पहुंचाना।
2 इलाके में सरकारी कॉलेज खुलवाना।
3 रैफरल चिकित्सालय की स्थापना।
4 मुख्यालय के बालिका विद्यालय को क्रमोन्नत करना।
5 इलाके की प्रमुख सडक़ों की हालत सुधारना

ये मिला मौजूद दांतारामगढ़ को
1 पेयजल की समस्या जस की तस है। कई बार कुंभाराम लिफ्ट योजना व बीसलपुर का पानी लाने की बातें हुई लेकिन हकीकत आज भी कोसों दूर है
2 सरकारी कॉलेज का सपना आज भी अधूरा है।
3 रैफरल चिकित्सालय की स्थापना भी केवल चुनावी वादा ही बनकर रह गया।
4 मुख्यालय के एक मात्र बालिका विद्यालय को क्रमोन्नत करने की मांग लंबे समय से चल रही है। मौजूदा सरकार ने चार साल में भी यह मांग पूरी नहीं की।
5 इलाके की सडक़ों हालत किसी से छिपी नहीं है। कई मुख्यमार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं।
वादा पूरा करने का काम भाजपा सरकार का है। दांतारामगढ़ में कोई काम नहीं हुआ है। न नहर न कुंभाराम और न बिसलपुर का पानी दांतारामगढ़ को मिला है।
नारायण सिंह, विधायक दांतारामगढ़

विधानसभा क्षेत्र खंडेला
ये प्रमुख मांग और सरकार के दावे
कोटड़ी बांध का निर्माण करवाना।
कुंभाराम लिफ्ट से पेयजल उपलब्ध करवाना।
अजबपुरा बांध का निर्माणकरवाकर जलापूर्ति करना।
पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय खुलवाना।
राजकीय चिकित्सालय में सुविधाओं का विस्तार करना।
गोटा उद्योग को प्रोत्साहन देना।


क्या मिला खंडेला की जनता को
1 कोटड़ी बांध का निर्माण अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।
2 कुंभाराम लिफ्ट योजना अभी तक कागजों में सिमटी है।
3 अजबपुरा बांध लेकर भी प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ा है।
4 पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय भी अभी तक नहीं खुला है।
5 मंत्री का खुद का विधानसभा क्षेत्र होने के बाद भी राजकीय चिकित्सालय में सुविधाओं का विस्तार नहीं हो पाया है।
6 गोटा उद्योग आज भी अपनी खस्ता हालत से गुजर रहा है।

धोद विधानसभा क्षेत्र
ये हैं क्षेत्र की प्रमुख मांग और चुनावी वादें
1 धोद में सरकारी कॉलेज की स्थापना करना।
2 इलाके के किसानो के लिए प्याज मंडी की स्थापना।
3 सीकर से धोद तक मुख्य सडक़ को टू लेन करना।
4 धोद के सरकारी विभागों को मुख्यालय पर स्थापित करना
5 लोसल कस्बे में सीवरेज व ड्रेनेज का काम करना।

ये मिला धोद की जनता को
1 सरकारी कॉलेज की मांग पूरी नहीं हो पाई है। क्षेत्र के विद्यार्थियों को सीकर ही आना पड़ता है।
2 प्याज मंडी का काम भले ही शुरू हुआ है लेकिन किसानो को कोई सौगात नहीं मिली है।
3 सीकर से धोद तक की सडक़ को टू लेन करना तो दूर अभी तक इसकी खस्ता हालत भी नहीं सुधर पाई है।
4 धोद के सभी मुख्यालय जैसे एसडीएम ऑफिस, पंचायत समिति सीकर में ही हैं।
5 लोसल कस्बे के लोगों को सीवरेज व ड्रेनेज की सौगात नहीं मिला पाई है।शहर में जलभराव की समस्या आज भी बनी हुई है।
&प्याज मंडी का काम पूरा हो गया है। यह इस क्षेत्र की सबसे बड़ी मांग थी। कॉलेज की मांग सरकार से की जा रही है।
गोरधन वर्मा, विधायक धोद

विधानसभा क्षेत्र श्रीमाधोपुर
1 कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का काम पूरा करवाकर पेयजल किल्लत दूर करना।
2 नाथूसर नदी से श्रीमाधोपुर शहर के लिए 10 करोड़ की पेयजल योजना।
3 कस्बे में सरकारी महाविद्यालय खोलना
4 मऊ में औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करना।
5 स्टेडियम का निर्माण करना।
6 शहर में आईटीआई को निर्माण पूरा करना।

ये मिला श्रीमाधोपुर की जनता को
1 कुंभाराम लिफ्ट परियोजना के पहले फेज को मंजूरी मिली है लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया।
2 नाथूसर नदी से श्रीमाधोपुर को पेयजल देने की योजना को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए।
3 सरकारी कॉलेज की मांग आज भी अधूरी है।
4 मऊ में औद्योगिक क्षेत्र की नींव भी अभी तक नहीं रखी जा सकी है।
5 स्टेडियम आज भी जीर्ण शीर्ण हालत में है और इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
6 शहर में हालांकि आईटीआई का काम शुरू हुआ है लेकिन पूरा कब होगा यह कह पाना मुश्किल है।

विधानसभा क्षेत्र श्रीमाधोपुर
1 कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का काम पूरा करवाकर पेयजल किल्लत दूर करना।
2 नाथूसर नदी से श्रीमाधोपुर शहर के लिए 10 करोड़ की पेयजल योजना।
3 कस्बे में सरकारी महाविद्यालय खोलना
4 मऊ में औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करना।
5 स्टेडियम का निर्माण करना।
6 शहर में आईटीआई को निर्माण पूरा करना।

ये मिला श्रीमाधोपुर की जनता को
1 कुंभाराम लिफ्ट परियोजना के पहले फेज को मंजूरी मिली है लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया।
2 नाथूसर नदी से श्रीमाधोपुर को पेयजल देने की योजना को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए।
3 सरकारी कॉलेज की मांग आज भी अधूरी है।
4 मऊ में औद्योगिक क्षेत्र की नींव भी अभी तक नहीं रखी जा सकी है।
5 स्टेडियम आज भी जीर्ण शीर्ण हालत में है और इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
6 शहर में हालांकि आईटीआई का काम शुरू हुआ है लेकिन पूरा कब होगा यह कह पाना मुश्किल है।

फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र

1 शहर में जलभराव की समस्या का निदान
2 उपखंड में सरकारी कॉलेज खुलवाना
3 फ्लोराइड से बचाव के लिए नहरी पानी का प्रोजेक्ट पूरा करना
4 सीवरेज प्रोजेक्ट को पूरा करना
5 हवेलियों का सरंक्षण कर पर्यटन को बढावा
6 रामगढ़ में सीवरेज सहित अन्य सुविधाओं का विकास
ये मिला फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र को

1 शहर में जलभराव व गंदे पानी की निकासी को लेकर कोई काम नहीं हुआ। सडक़ें कीचड़ से लबालब रहती हैं और जगह जगह जानलेवा चैंबर बने हैं। बरसात के मौसम में यहां की जिंदगी नरक से कम नहीं होती है।
2 तीन साल तक यहीं के रहने वाले कालीचरण सर्राफ शिक्षा मंत्री रहे, लोगों ने कई बार मांग की लेकिन कॉलेज को लेकर कुछ नहीं हुआ।
3 पिछली सरकार के वक्त शुरू हुआ 832 करोड़ की योजना आज भी पूरी नहीं हो पाई है। लोगों तक अभी भी नहरी पानी पीने के लिए नहीं पहुंचा है।
4 सीवरेज का काम पूरा नहीं हुआ है। शहर में जगह जगह खुदाई हो रखी है।
5 हवेलियों के सरंक्षण के लिए कोई काम नहीं हुआ। सरकार ने केवल सर्वे करवाया और फिर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।
6 रामगढ़ का सीवरेज भी आज तक पूरा नहीं हो पाया है। कस्बे में अन्य समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।
सुराज संकल्प के दौरान किया एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है। किसानो को कर्ज और युवाओं को बेरोजगारी मिली है। कॉलेज नहीं मिला, छतरिया बस स्टैंड से पानी निकासी नहीं हुई। सरकार ने जनता को गुमराह किया है।
नंदकिशोर महरिया, विधायक फतेहपुर


ये थी प्रमुख मांग व सरकार के वादे
1 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को क्रमोन्नत करना।
2 फ्लोराइड से मुक्ति के लिए नहरी पानी का प्रोजेक्ट पूरा करना।
3 उपखंड में सरकारी कॉलेज की स्थापना।
4 सीवरेज काम काम पूरा करना।
5 शहर में गौरव पथ विकसित करना।
6 शहर की सडक़ों की सडक़ों की हालत सुधारना


ये मिला लक्ष्मणगढ़
1 शहर का सामुदायिक स्वास्थय केंद्र अभी तक क्रमोन्नत नहीं हुआ है। इसके लेकर कई बार मांग उठ चुकी है।
2 832 करोड़ के नहरी पानी प्रोजेक्ट का लाभ अभी तक लोगों को नहीं मिल पाया है। अभी भी लोग फ्लोराइड का पानी पीने को मजबूर हैं।
3 उपखंड में सरकारी कॉलेज अभी तक सपना ही है।
4 शहर में सीवरेज का काम अभी भी अधूरा है।
5 शहर में हालांकि गौरव पथ का काम शुरू हुआ लेकिन आधा बनाकर छोड़ दिया।
6 सीवरेज की वजह से सडक़ों की हालत खस्ता बनी हुई है।

शिक्षा, विद्युत व स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है। 832 करोड़ की पेयजल योजना 2017 तक भी पूरी नहीं हो पाई है। सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।
गोविंद सिंह डोटासरा , विधायक लक्ष्मणगढ़

विधानसभा क्षेत्र नीमकाथाना
ये थी प्रमुख मांग और सरकार के दावे
1 नीमकाथाना को जिला बनाना
2 शहर में ट्रोमा यूनिट की स्थापना करवाना।
3 सीकर से खेतड़ी रोड बाईपास की स्थापना करवाना।
4 32 करोड़ की पेयजल योजना से पेयजल किल्लत दूर करना।
5 नीमकाथाना फाटक पर ओवरब्रीज का काम पूरा करवाना।
6 शहर में सीवरेज प्रोजेक्ट मंजूर करवाना

ये मिला नीमकाथाना को
1 जिला बनाने की मांग आज भी उठ रही है लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया।
2 शहर में ट्रोमा यूनिट की स्थापना नहीं हो पाई है।
3 खेतड़ी रोड बाईपास को लेकर भी अभी तक कुछ नहीं हुआ है।
4 32 करोड़ की पेयजल योजना का काम भले ही शुरू हुआ है लेकिन अभी काफी वक्त लगेगा।
5 करीब 7 साल से यह काम अटका पड़ा है। चुनाव के समय इसे पूरा करने का वादा किया था लेकिन अभी भी काम ही चल रहा है।
6 सीवरेज प्रोजेक्ट की तो अभी डीपीआर भी नहीं बन पाई है।
विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मणगढ़
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