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सीकर

गोधूलि बेला में होलिका दहन, कई शुभ संयोग है इस बार

होली पर सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग, प्रदोषकाल में पूजा का श्रेष्ठ मुहूर्त

सीकरMar 17, 2021 / 06:20 pm

Devendra

इस बार होली होगी बेहद खास

इस बार होली होगी बेहद खास

– सीकर. फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर 28 मार्च को सर्वार्थ सिद्धि योग में होली का दहन होगा। प्रदोष काल में पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त हैं। इस अवसर पर अमृत सिद्धि योग भी रहेगा, इसमें भी शाम 6.37 से रात 8.59 बजे तक पूजन का श्रेष्ठ समय बताया गया है। विशेष यह है कि दशकों बाद होली पर सूर्य, अर्यमा व ब्रह्मा की साक्षी रहेगी, यह दुर्लभ संयोग है। पंडित रामावतार मिश्र के अनुसार होली उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र, वृद्धि योग, विष्टि उपरांत बालव करण तथा कन्या राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रही है। किसी भी पर्व त्यौहार की शुभता के लिए पंचाग के इन पांच अंगों का अपना विशेष महत्व है। संयोग से इस बार ग्रहों की स्थिति तथा नक्षत्र मेखला की गणना से देखें तो उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र प्रदोष काल के आरंभ का स्पर्श कर रहा है। शास्त्रों में इसका विशेष महत्व बताया गया है। रविवार के दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का होना सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण करता है। इस योग में प्रदोकाल का स्पर्श समस्त प्रकार के कार्यों में सिद्धि देने वाला बताया गया है। यह होलिका पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय है। धर्मशास्त्रीय मान्यता में भी होलिका पूजन के लिए प्रदोषकाल का समय ही सर्वोत्तम बताया गया है। पूजन से विशिष्ट फल की प्राप्ति ज्योतिष शास्त्र में वृद्धि योग के स्वामी सूर्य हैं। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी अर्यमा तथा बालव करण के स्वामी ब्रह्मा हैं। इन तीनों का अपना विशेष स्थान है। मान्यता है जब विशेष स्वामियों की उपस्थिति में पर्व काल आता है, तो इनका ध्यान करके पूजन करने से विशिष्ट फल की प्राप्ति होती है। फाल्गुन माह में मनाया जाने वाला होली का त्योहार इस बार 28 मार्च को है। वहीं रंगों की होली यानी धुलण्डी 29 मार्च को खेली जाएगी। आपसी प्रेम का प्रतीक होली का त्योहार हमारे विशेष त्योहारों में से सबसे बड़े पर्वोंं में से एक है। होली के दिन जहां शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया जाता है, वहीं अगले दिन रंगों की होली खेली जाती है। कहते हैं होली के दिन दुश्मन भी एक-दूसरे को रंग लगाकर गले मिलते हैं और होली की बधाई देते हैं। इस बार होली पर एक विशेष योग बन रहा है, जो बेहद शुभ है। योग यह भी इस वर्ष होली पर ध्रुव योग बनने जा रहा है। होली के दिन कन्या राशि में चंद्रमा गोचर होगा। वहीं, गुरु और शनि मकर राशि में विराजमान होंगे। जबकि मीन राशि में शुक्र और सूर्य रहेंगे। वहीं, वृषभ राशि में मंगल और राहु, कुंभ राशि में बुध और वृश्चिक राशि में केतु विराजमान होंगे। ज्योतिष में इस विशेष योग को खास माना जाता है। होलिका दहन भद्रा रहित शुभवेला में किया जाता है। भद्रा दोपहर को 1:53 तक ही रहेगी उसके बाद पूरा दिन शुभ रहेगा। होली के शुभ मुहूर्त – होलिका दहन 28 मार्च 2021- होलिका दहन मुहूर्त – 18.37 बजे से 20:56 बजे तक- पूर्णिमा तिथि शुरू -28 मार्च को सुबह 03:27 बजे से

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