सीओ सीटी सौरभ तिवाड़ी ने बताया कि होटल संचालक सोनू उर्फ अमित व दासा की ढाणी के श्रवण को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि होटल में छात्रा को लाने से पहले ओमप्रकाश और श्रवण ने छात्रा का कृषि मंडी के पास से अपहरण किया था। इसके बाद वे दोनों छात्रा को गाजियाबाद ले जाने के लिए रवाना हुए थे। ताकि यहां पहुंचकर ओमप्रकाश छात्रा के साथ जबरन शादी कर सके। लेकिन, गाजियाबाद पहुंचने से पहले झुंझुनूं में ही छात्रा ने इनके साथ जाने के लिए मना कर दिया था। उसने कार से उतरकर भागने का प्रयास भी किया बताया। लेकिन, दोनों उसको समझाकर वापस उसे झुंझुनूं-जयपुर बाइपास स्थित होटल माही सेवन रिसोर्ट लेकर आ गए थे। इसकी सूचना होटल संचालक सोनू को भी थी। लेकिन, घटना के बाद जब छात्रा के परिजन और पुलिस पहुंची तो इसने जानकारी छुपा ली थी। छात्रा के अपहरण से लेकर उसकी शादी कराने की योजना में एक ही क्षेत्र के युवाओं ने पूरी भूमिका निभाई। मृतक ओमप्रकाश के साथ सोनू और श्रवण भी दासा की ढाणी के रहने वाले हैं।
महाराष्ट्र जाकर छुप गया था श्रवण पुलिस की जांच में सामने आया है कि छात्रा से शादी करने के लिए ओमप्रकाश ने अपने एक परिचित की सलाह ली थी। बाद में छात्रा को ओमप्रकाश ने फोन कर बुलाया। छात्रा स्कूटी लेकर आई तो उसकी स्कूटी को छोड़कर ओमप्रकाश व श्रवण छात्रा का अपहरण कर ले गए। इधर, छात्रा और श्रवण की मौत हो जाने के बाद श्रवण छुपने के लिए महाराष्ट्र चला गया था। यहां दबिश देकर पुलिस ने श्रवण को दबोच लिया। हालांकि घटना के दिन ओमप्रकाश के पास उसकी डीजे की कमाई के 70 हजार रुपए भी थे। लेकिन, इनके बारे में पुलिस अभी मुंह नहीं खोल रही है।
होगा डीएनए टेस्ट
हालांकि पुलिस अभी यह तय नहीं कर पाई है कि छात्रा के साथ बलात्कार किया गया या नहीं। इसकी जांच के लिए दोनों आरोपियों का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा। दोनों आरोपियों से पूछताछ कर पुलिस घटनाक्रम में शामिल बाकी साथियों का पता करने में जुटी है। पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल व इनसे सम्पर्क रखने वाले लोगों की सूची तैयार की है। पुलिस इन लोगों से भी जल्द ही मामले में पूछताछ कर तथ्यों का मिलान करेगी।
स्कूटी नहीं मिली तो लाया जहर
छात्रा की हत्या के बाद ओमप्रकाश ने श्रवण को बुलाया। बाद में वे छात्रा की स्कूटी देखने गए। वहां पर स्कूटी नहीं मिलने पर लगा कि मामला पुलिस तक पहुंच गया है। ऐसे में ओमप्रकाश ने श्रवण के साथ ही दुकान पर जाकर कीटनाशक खरीदा। फिर वह वापस होटल में आ गया और जहर पी लिया। उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
आंदोलन की दी थी चेतावनी
घटना के बाद प्रकरण में शामिल बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर छात्रा के परिजन और सर्व समाज के लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी थी। जिसका दबाव पुलिस पर भी था। घटना के इतने दिनों दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हत्या और आत्महत्या दोनों की गुत्थी सुलझ जाएगी।
यह था मामला पांच मार्च को छात्रा के गायब होने के बाद परिजनों ने इसकी गुमशूदगी उद्योग नगर थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद अगले दिन छात्रा का शव होटल माही सेवन रिर्सोट में मिला था। कमरे के अंदर ओमप्रकाश अद्र्धचेतन अवस्था में था। जिसने जहर खा लिया था और जयपुर रैफर करने के बाद अगले दिन सुबह उसकी भी मौत हो गई थी।