scriptखाड़ी देशों की मंदी डाल रही शेखावाटी में बकरों के भावों पर असर | Impact on goat prices in Shekhawati, putting recession in Gulf countri | Patrika News
सीकर

खाड़ी देशों की मंदी डाल रही शेखावाटी में बकरों के भावों पर असर

खाड़ी देशों की मंदी का असर इस बार शेखावाटी में ईद उल अजहा पर बकरों की बिक्री पर काफी असर पड़ रहा है।

सीकरAug 11, 2019 / 06:52 pm

Gaurav

sikar

खाड़ी देशों की मंदी डाल रही शेखावाटी में बकरों के भावों पर असर

फतेहपुर. ईद-उल-अजहा के नजदीक आने पर बकरों की ब्रिकी के लिए लगी बकरा मंड़ी में खासी भीड़ देखने को मिल रही है। भीड़ होने के बाद भी बकरों की ब्रिकी में खासी गिरावट देखने को मिल रही है व बकरों की सही भाव नहीं मिल पा रहे है। खाड़ी देशों की मंदी का असर इस बार शेखावाटी में ईद उल अजहा पर बकरों की बिक्री पर काफी असर पड़ रहा है।
शेखावाटी में भाव काफी नीचे
इस बार बकरों की बिक्री में काफी कमी देखने को मिल रही है। बकरों के भाव भी काफी नीचे चल रहे हैं। हालात यह हैं कि गांवों से मंडी में बकरे बेचने आने वाले पशुपालकों के बकरे नहीं बिक रहे हैं। अगर बिक भी रहे हैं तो काफी कम भाव मिल रहे हैं। इससे लोगों में काफी निराशा है।
ज्यादातर रोजगार के लिए खाड़ी पर निर्भर
शेखावाटी में मुस्लिम आबादी काफी है और यहां के ज्यादातर मुस्लिम रोजगार के लिए खाड़ी देशों में ही जाते हैं। इस बार ज्यादातर खाड़ी देशों में मंदी चल रही है। काफी लोग वहां रोजगार बंद होने की वजह से वापस लौट आए हैं। इसका सीधा असर ईद उल अजहा के त्योहार पर देखने को मिल रहा है। फतेहपुर शहर में दो जबह बकरामंडी लगाई गई है। यहां पिछली बार की तुलना में बकरों की बिक्री में काफी मंदी है। पिछले साल जितने रुपए में बकरे बिक रहे थे उससे इस बार 30 से 40 प्रतिशत भाव कम मिल रहे हैं। ऐसे में लोगों को निराशा हाथ लग रही है।
चला. कस्बे सहित आस पास के गांवों में इन दिनों आवारा पशुओं ने किसानों की नींद उड़ा रखी है। आवारा पशु खेती को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे में रातभर किसान जागकर अपने खेतों की रखवाली करने में जुटे हुए हैं। जिससे उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

Home / Sikar / खाड़ी देशों की मंदी डाल रही शेखावाटी में बकरों के भावों पर असर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो