श्रृंगार में जुटे एक दर्ज कारीगर, इन फूलों से हो रहा श्रृंगार
देशभर के अनेक राज्यों से आ रहे विभिन्न प्रकार के सुगंधित फूलों का गजरा तैयार करने के लिए बंगाल से विशेष कारीगर बुलाए गए है। विजय भोला, सपन, वरूण, दीपक, विकास, सहदेव, सूरज सहित करीब एक दर्जन कारीगर दिन रात बाबा श्याम के श्रृंगार के लिए गजरा तैयार कर रहे है। बाबा श्याम के श्रृंगार में सफेद, पिंक और लाल गुलाब, 20 प्रकार के कार्नेसन, चार रंग के आर्किड, 30 रंग के ग्लेड्स, रजनीगंधर, मोगरा, पत्ता(लिब्स), 4 प्रकार गुलदावरी, जिप्सी, अप्सरा घास, चेरी सहित अनेक प्रकार के फूलों को काम में लिया जा रहा है।
भक्ति के साथ छा रही मस्ती
बाबा श्याम के फाल्गुनी सतरंगी लक्खी मेले में भक्ति के साथ मस्ती के भी अनूठे रंग दिख रहे हैं। नाचते- गाते भक्त यहां हर ओर दिखाई दे रहे हैं। जो गुलाल लगाते व उड़ाते हुए बाबा श्याम के दर तक पहुंच रहे हैं।
श्याम के धाम में फागोत्सव की धूम
मेले में रतनगढ से आए श्री श्याम दरबार सांवरिया संघ ने चंग और बांसुरी पर सुरीली फाग गाकर और नाचकर ऐसा समा बांधा कि जिसने भी इस दृश्य को देखा वो झूमने पर मजबूर हो गया। होटल सवामणी व रेस्टोरेंट परिसर में रतनगढ़ के दो दर्जन कलाकारों ने करीब एक घंटे तक ढप, चंग और मीठी-मीठी बांसुरी की तान पर रंग गुलाल उड़ाकर फागोत्सव कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। पास से गुजर रहे हर भक्त को इनकी धुन कार्यक्रम स्थल तक खींच लाई।