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सीकर

गुरुजी बेबस….सरकार बजट दे नहीं रही…..लिहाजा बच्चों से छिना दूध

हर महीने स्कूलों में दूध के भुगतान को लेेकर हो रही देरीजिले के 162794 विद्यार्थियों के दूध पर संकट

सीकरOct 15, 2019 / 08:18 pm

Narendra

गुरुजी बेबस....सरकार बजट दे नहीं रही.....लिहाजा बच्चों से छिना दूध

गुरुजी बेबस….सरकार बजट दे नहीं रही…..लिहाजा बच्चों से छिना दूध

सीकर. अन्नपूर्णा दुग्ध योजना में दूध का भुगतान हर महीने सरकार पर भारी पड़ रहा है। समय पर बजट जारी नहीं होने से दूध उधारी की गाड़ी से चल रहा है। तीन माह से उधार में खरीदे दूध के भुगतान के लिए दूध डेयरी संचालक उधार वसूलने के लिए गुरुजी के चक्कर काट रहे हैं। राजकीय स्कूलों में बच्चों का ठहराव व नामांकन बढ़ाने के लिए पिलाया जाने वाले दूध का कर्ज शिक्षकों पर भारी पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार जिले में पिछले तीन महीने में दूध का चार करोड़ पच्चास हजार रुपए से अधिक का बिल बकाया चल रहा है। ऐसे में 261 लाख रुपए का बजट जारी कर सरकार ने ऊंट के मूंह में जीरे के समान स्कूलों को राहत देने का काम किया हैं। यह पैसा भी अभी तक सरकारी स्कूलों तक नहीं पहुंचा हैं।
जिले के नौ ब्लॉकों में 162794 विद्यार्थियों को अन्नपूर्णा योजना के तहत प्रार्थना सभा के दौरान दूध पिलाया जाता है। ग्रामीण क्षेत्र के दूध डेयरी व पशुपालकों से शिक्षक दूध खरीद कर बच्चों को पिलाते हैं। जुलाई, अगस्त व सितंबर माह का करीब चार लाख 50 हजार रुपए से अधिक का बिल बकाया चल रहा है। ऐसे में जिले की अधिकांश स्कूलों में बच्चों का दुग्ध बंद होने की कगार पर हैं। कुछ शिक्षक अपनी जेब से भुगतान कर किसी तरह चला रहे हैं। विद्यालयों में बजट के अभाव के चलते बच्चों को अगस्त से दूध नसीब नहीं हो रहा है। हालात यह है कि कोई भी शिक्षक पोशाहार व दूध प्रभारी नहीं बनना चाहता। जिम्मेदार अपने वेतन से घर चलाए या पोषाहार या दूध का बकाया चुकाए। गणेश्वर की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 3 अगस्त से बच्चों का दूध नहीं मिल रहा है। एक तरफ तो सरकार कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक की छात्राओं को पोषाहार व दूध पिलाने की योजना बना रही है दूसरी ओर पुराना प्रारूप सही ढंग से नहीं चल पा रहा है। कुछ विद्यालयों में दो रोज से दूध बंद है कुछ में दूध बंद करने की तैयारी है। विद्यालय के दूध प्रभारी सरदारमल सैनी ने बताया कि अब तो दुकानदार उधार नहीं देता जिसके चलते हमे 3 अगस्त से दूध बंद है। राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय में जुलाई से लेकर सितम्बर तक करीब 80 हजार रुपए बकाया चल रहा है। उधर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सत्यप्रकाश टेलर बजट नही आ रहा है बजट आते ही खाते में पैसे डाल दिए जाएंगे।
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