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Monsoon : भारी बारिश से किसानों को मिली राहत, 4 लाख 80 हजार हैक्टेयर में होगी खरीफ की बुवाई

Monsoon : शेखावाटी में मानसून की धमाकेदार एंट्री के बाद कई जगह पानी-पानी हो गया है। सीकर में बीती रात शुरू हुई बारिश सवेरे तक जारी रही, जिसके चलते साढ़े तीन इंच बारिश दर्ज की गई है। बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं और करीब 4 लाख 80 हजार हैक्टेयर में खरीब की बुलाई की तैयारी शुरू हो गई है।

सीकरJul 01, 2022 / 10:45 pm

Vinod Chauhan

Monsoon : शेखावाटी में मानसून की धमाकेदार एंट्री के बाद कई जगह पानी-पानी हो गया है। सीकर में बीती रात शुरू हुई बारिश सवेरे तक जारी रही, जिसके चलते साढ़े तीन इंच बारिश दर्ज की गई है। जिले की बात करें तो सभी जगह अच्छी बारिश दर्ज की गई है। बारिश के कारण 15 दिन से उमस भरी गर्मी गायब हो गई। उधर, बारिश से रेलवे ट्रेक डूब गया, जबकि एक अंडरपास में आठ फीट तक पानी भर गया है। बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं और करीब 4 लाख 80 हजार हैक्टेयर में खरीब की बुलाई की तैयारी शुरू हो गई है।

चार दिन तक जारी रहेगी बारिश
मौसम विभाग ने शुक्रवार शाम को अलर्ट जारी किया है कि सीकर में देर रात तक भारी बारिश की संभावना है। हालाकि पूरे शेखावाटी में बारिश आएगी, लेकिन सीकर में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। महज दो दिन में अधिकांश जिला बारिश की बूंदों से तर-बतर हो गया है। सीकर शहर में पिछले चौबीस घंटे के दौरान साढे़ तीन इंच से ज्यादा बारिश रेकार्ड हुई है। वहीं नम हवाएं चलने से मौसम खुशगवार हो गया। इधर मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार प्रदेश में लगातार बारिश का यह सिलसिला अगले तीन- चार दिन तक जारी रह सकता है।

किसानों के लिए राहत की बारिश
मानसून आने के बाद खरीफ की फसलों पर राहत की बारिश हुई है, जिसके चलते किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। बारिश का पानी मिलने से सिंचित क्षेत्र में बाेई गई मूंगफली और ग्वार की फसलों पर नूर छा गया है। किसानों को अब आगामी दिनों में अच्छी बारिश के साथ उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। बारिश के कारण खेतों में प्राकृतिक पळाव हो गया है। किसान खेताें में पाट लगाकर बुवाई करने में जुटे हुए हैं। कई जगह तो किसानों ने बुवाई कर ली। वहीं कई जगह मूंग, मोठ, तिल सरीखी खरीफ की फसलों की बुवाई की तैयारियां चल रही है। किसानों का इस बार बाजरे की बुवाई पर ज्यादा जोर रहेगा। जिससे पशुचारे की समस्या से कुछ हद तक निजात मिल जाएगी। कृषि विभाग को भी झमाझम बारिश के बाद खरीफ की बुवाई के संकेत मिलने लगे हैं। जिले में खरीफ सीजन की करीब बीस फीसदी बुवाई हो की है। गौरतलब है कि जिले में चार लाख 80 हजार हेक्टेयर में खरीफ की फसलों की बुवाई होगी। जिनमें बाजरा दो लाख 60 हजार हैक्टेयर, मूंग 75 हजार, मोठ दो हजार, चौला बीस हजार, मूंगफली तीस हजार और ग्वार 80 हजार हैक्टेयर का लक्ष्य है।

खेत-खलिहानों में पानी जमा
बारिश के चलते रास्तों से लेकर खेत-खलिहानों में बारिश का पानी जमा हो गया और कुछ जगहों पर लोगों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। शुक्रवार को नीमकाथाना, लक्ष्मणगढ़ और नेछवा इलाके में जमकर बारिश हुई। सीकर में करीब बीस मिनट तक बारिश हुई। इसके बाद रुक-रुक कर बूंदाबांदी हुई। बादल छाए रहने से दिन भर सूरज नजर नहीं आया।

पटरियां डूबी, ट्रेन हुई लेट
मानसून की झमाझम बारिश होने के कारण सीकर रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी में डूब गई। बारिश के कारण जलभराव होने के कारण सिग्नल नहीं मिलने से रेलगाडियां पटरियों पर ही थम गई। सीकर होते हुए जाने वाली कई पैसेंजर ट्रेन और मालगाडियां करीब तीस मिनट से लेकर करीब दो घंटे तक देरी से चली।

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