पिछले हफ्ते सीकर कोर्ट में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंश विश्नोई की पेशी होनी थी। सीकर पुलिस को इनपुट मिला कि लॉरेंश की जान को खतरा है और उस पर कहीं भी हमला हो सकता है। इस पर पुलिस ने स्काइप के जरिए ही उसकी पेशी करवा दी। जिससे लॉरेंश को सीकर तक लाना नहीं पड़ सका।
आम तौर पर हार्डकौर बदमाशों को कोर्ट में पेश करने में सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। इनके आगे पीछे पुलिस की एस्कॉर्ट लगती है। कई बार ऐसे बदमाशों पर या तो पेशी पर ले जाते वक्त हमले हो जाते हैं या ये फरार हो जाते हैं। यहां तक कि पुलिस को धमकी देने के मामले भी सामने आते हैं। पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका बदमाश आंनदपाल सिंह भी पेशी पर ले जाते वक्त ही फरार हुआ था। ये आदेश केवल हार्डकौर ही नहीं अन्य बंदियों पर लागू हो सकेंगे। पुलिस या प्रशासन चाहे जिस आरोपित की पेशी इस तरह से करवा सकेंगे।
इससे पहले या तो पेशी पर आरोपित को लाना पड़ता था या फिर विशेष परिस्थितियों में यह व्यवस्था थी कि वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए पेशी करवा दी जाए। ज्यादातर जेलों में वीसी की सुविधा ही नहीं थी। इस वजह से यह आदेश कारगर नहीं होता था।
डॉ. तेजपाल सिंह, एएसपी, सीकर