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सीकर

वृद्धा को 25 वर्ष बाद मिला न्याय

एसडीएम और तहसीलदार ने ट्रैक्टर से खेत की बुवाई कर दिलाया कब्जाप्रशासन ने दिलवाया खातेदारी भूमि पर कब्जा

सीकरSep 16, 2021 / 05:29 pm

Suresh

वृद्धा को 25 वर्ष बाद मिला न्याय

वृद्धा को 25 वर्ष बाद मिला न्याय

पाटन/नीमकाथाना. इलाके के मोठूका गांव निवासी एक वृद्धा बेवा को 25 वर्ष लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बुधवार को न्याय मिला। प्रशासन ने वृद्धा को उसकी खातेदारी भूमि पर कब्जा दिलवाया। मामले के अनुसार 74 वर्षीय वृद्धा मूर्ति देवी की गांव में खातेदारी भूमि थी। जिस पर दबंगों ने कब्जा कर लिया था। मूर्ति देवी व उसका परिवार अपनी खुद की भूमि पर भी कृषि कार्य नहीं कर पा रहा था। मूर्ति देवी ने 1999 में नीमकाथाना एसीजेएम कोर्ट मैं वाद दायर किया 18 मई 2001 को न्यायालय ने मूर्ति देवी के पक्ष में फैसला दिया। विरोधी पक्ष इस मामले को रेवेन्यू बोर्ड अजमेर तक ले गये लेकिन मूर्ति देवी ने हार नहीं मानी तथा अपने हक की लड़ाई लड़ती रही।

न्यायालय से जीत के बाद भी विरोधियों ने उसे अपना कब्जा नहीं दिया तथा उच्च कोर्ट से उस पर स्थगन आदेश लाते रहे। बाद में मूर्ति देवी ने उपखंड अधिकारी न्यायालय में बंटवारे का दावा पेश किया तथा अपनी जमीन का खाता विभाजन करवा लिया इसके बावजूद भी दबंगों ने उसे जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया। बुधवार को उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता, तहसीलदार सत्यवीर यादव, नायब तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे तथा मूर्ति देवी की जमीन पर काबिज लोगों को हटाकर उसका कब्जा उसे सौंप दिया। मूर्ति देवी की जमीन पर हल चलाने के लिए गांव से कोई ट्रैक्टर चालक राजी नहीं हुआ इसके बाद उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता ने स्वयं ट्रैक्टर के चालक की सीट पर बैठ कर पूरे खेत की बुवाई की। इस पूरे प्रकरण के दौरान मूर्ति देवी के पति मान सिंह की सदमे के कारण मौत हो गई थी तथा उसका इकलौता पुत्र दबंगों के डर से गांव छोड़कर जयपुर रहने लगा था। मूर्ति देवी ने उम्र अधिक होने के बावजूद हार नहीं मानी तथा अपनी लड़ाई लड़ती रही और उसमें सफ ल भी हुई।
प्रशासन शहरों के संग अभियान का प्री कैंप शुरू
रींगस. प्रशासन शहरों के संग अभियान का प्री कैंप बुधवार सुबह शुरू हो गया। इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष अशोक कुमार कुमावत अधिशासी अधिकारी हरिनारायण यादव, एआरआई मनीष कुमार, बाबू विजय कुमार, एईएन मामराज जाखड़ आदि कैंप उपस्थित थे। इस अवसर पर एक विधवा पेंशन निरस्त करवाने, 3 पट्टो के आवेदन, 10 जन्म प्रमाण पत्र, एक मृत्यु प्रमाण पत्र, एक अनापत्ति पत्र, बनाने के आवेदन आए।

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