पांचवें दिन भी बेपटरी रही व्यवस्था कृषि उपज मंडी में महापड़ाव में हजारों किसानों के होने के बावजूद प्रशासन मूलभूत सुविधाएं भी नहीं जुटा पा रहा है। पांचवें दिन भी हाल यह है कि हजारों किसानों के बीच में महज दो चल शौचालय लगाए गए हैं। इसके अलावा मंडी परिसर में पीने के पानी के लिए टैंकरों की व्यवस्था नहीं होने से किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। किसान नेताओं का आरोप है प्रशासन जानबूझकर सुविधाओं की अनदेखी कर रहा है। इस सम्बंध में प्रशासन को कई लिखित में कहा जा चुका है। किसान अपने स्तर पर ही व्यवस्थाओं में लगे हुए हैं।
न्यायिक कार्य का होगा बहिष्कार
दी बार एसोसिएशन सीकर ने भी किसानों के महापड़ाव को समर्थन दिया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से सात सितम्बर को बंद के दौरान जिला मुख्यालय पर सभी न्यायालयों में कार्य का स्थगन रखा जाएगा। समर्थन देने के लिए बार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष नरेंद्र आर्य सहित कई पदाधिकारी मंडी पहुंचे।
दी बार एसोसिएशन सीकर ने भी किसानों के महापड़ाव को समर्थन दिया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से सात सितम्बर को बंद के दौरान जिला मुख्यालय पर सभी न्यायालयों में कार्य का स्थगन रखा जाएगा। समर्थन देने के लिए बार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष नरेंद्र आर्य सहित कई पदाधिकारी मंडी पहुंचे।