जांच में कई चौंकाने वाले बातें सामने आई पीडि़ता की रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आई। जाल बिछा कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दांतारामगढ़ थानाधिकारी लाल सिंह, हैड कांस्टेबल बिहारी लाल, कांस्टेबल मदनलाल, रामसिंह, सुनिल कुमार, राजेन्द्र कुमार, संतोष को जांच में लगाया गया। पुलिस टीम ने जांच के दौरान पीडि़ता व गवाहों के बयान लिए। होटलों का निरीक्षण किया। आसपड़ोस के लोगों से पूछताछ की। सायबर टीम से भी मदद ली। पीडि़ता के मोबाइल व वायरल वीडियों की जांच की। उन्हें जब्त कर जांच की गई।
संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने लगे सुशीला, भ्ॉवर लाल बुडी व गिरधारीलाल गढवाल ने पीडि़ता मानसिक दवाब बनाकर लोगों के साथ संबध बनाने को कहा। वह मना करने लगी तो धमकी दी कि तेरे अश्लील वीडियों वायरल कर देंगे। उन्होंने बताया कि हम तेरे अश्लील वीडियों बनाकर ५ लाख रुपए ले चुके है। वे लोगों के साथ संबध बनाने के लिए कहते और अश्लील वीडियों बनाकर उन्हें ब्लेकमेल करते। लोगों से रुपए हड़प करने के लिए दबाव बनाते थे। एेसा करने से पीडि़ता ने मना किया तो उन्होंने अश्लील वीडियो व ऑडियो वायरल
कर दिए।