यहां टूटे किसानों के अरमां
पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार को शेखावाटी में किसानों के अरमां टूट गए। सीकर ब्लॉक में दादिया व तारपुरा इलाके में गेहूं, जौ, चना, सरसों, तारामीरा, मैथी, सब्जियां, दांतारामगढ़ के मंढा, मदनी, खाटूश्यामजी, लामिया,केरपुरा, शिवकृष्ण नगर, सांवल का बास, लिखमा का बास, चारणवास, बुच्चासी,चक कैलाश, बनाथला, श्रीरामपुरा, रूलाणा, भीमा, बुरडक़ों की ढाणी, चिड़ासरा, जाना, मंगरासी, चन्द्रसिंहपुरा, गुमानपुरा, सांगलिया, राड की ढाणी, परसरामपुरा, झुनका का बास इलाके में 20 से 90 प्रतिशत तक का नुकसान हुआ है।
दांतारामगढ में सबसे ज्यादा नुकसान
कृषि विभाग की ओर से किए गए मोटे आकलन के अनुसार सबसे ज्यादा नुकसान दांतारामगढ़ इलाके में हुआ।श्रीमाधोपुर ब्लॉक में सरसों में 20 हेक्टेयर में पांच से सात प्रतिशत तक नुकसान हुआ। खंडेला ब्लॉक में सरसों में 15 हेक्टैयर में 5 से 7 प्रतिशत तक नुकसान, सीकर ब्लॉक में गेहूं में 155 हेक्टेयर में 60 से 70 प्रतिशत नुकसान, जौ में 6 हेक्टैयर में 60 से 70 प्रतिशत, चना में 185 हेक्टैयर में 65 से 75 प्रतिशत, सरसों में 22 हेक्टेयर में 80 से 85 प्रतिशत नुकसान, मेथी में 10 हेक्टैयर में 75 से 85 प्रतिशत, सब्जियों में 12 हेक्टैयर में 50 से 60 प्रतिशत तक का नुकसान आंका गया है।
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दांतारामगढ ब्लॉक में गेंहू में 1540 हेक्टेयर में 20 से 30 प्रतिशत, जौ में 1110 हेक्टैयर में 15 से 60 प्रतिशत, चना 480 हेक्टैयर में 20 से 30 प्रतिशत, सरसों में 1125 हेक्टैयर में 60 से 70 प्रतिशत, मैथी में 62 हैक्टेयर में 20 से 25 प्रतिशत, सब्जियों में 173 हेक्टैयर में 50 से 60 प्रतिशत तक का नुकसान हुआ है।
बादल छंटते ही गिरेगा पारा
मौसम विशेषज्ञ ओपी कालश के अनुसार कोहरे की चादर के कारण अधिकतम तापमान में अधिक गिरावट नहीं आई है, लेकिन लोगों को जमाऊ सर्दी का अहसास कराया। बादलों का घनत्व घटने के संकेत है। हवाएं रुकने और कोहरा नहीं छाने की स्थिति में तापमान जमाव बिन्दू से नीचे चला जाएगा। बादलवाही का दौर कम हो रहा है।
सूचना दें मिलेगी राहत
उपनिदेशक कृषि शिवजीराम कटारिया ने बताया कि ओलावृष्टि हुए नुकसान की किसान 72 घंटे में लिखित सूचना कृषि विभाग या बीमा कंपनी के टोलफ्री नम्बर पर दे सकते हैं। जिससे बीमित किसानों को राहत मिल सकेगी। इसके अलावा नुकसान का आकलन प्रारंभिक तौर पर किया गया है। राजस्व विभाग की ओर से किए आकलन में नुकसान का प्रतिशत घट या बढ़ भी सकता है।