पैरोडीकार पार्थ नवीन ने यूपी में छाया रे धमाल व मेरा दिल बेचैन है पीएम पद के लिए आदि पेश कर व्यंग्य प्रस्तुत किए। व्यंग्यकार दीपक पारीक ने तू उडऩे का हुनर सीख ले मेरे पंख कतरता क्यूं कविता प्रस्तुत की। कवयित्री सुमित्रा सरल रतलाम ने मैं छत पर शाम को अपना कन्हैया देख आती हूं व इन आंखों से मोती चुरा कर के देखो प्रस्तुत की। इससे पहले देवकिशन सोनी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन से शुरू हुए कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि कलक्टर ललित गुप्ता ने समिति के सेवा कार्यों को अनुकरणीय बताया।
संत अर्जुनदास ने निस्वार्थ भाव से सेवा करने की प्रेरणा दी। अध्यक्षता कर रहे बीकानेर के अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश रामावतार सोनी ने समिति के कार्यों की सराहना की। विशिष्ट अतिथि एसडीएम संजू पारीक ने भी विचार व्यक्त किए। स्वागताध्यक्ष इंद्राज खीचड़ ने शाब्दिक स्वागत किया। समिति अध्यक्ष विश्वनाथ सोनी ने समिति का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। हरिप्रसाद हर्षवाल, यशोदा माटोलिया, अनिता यादव, जगदीश प्रसाद सोनी, राजीव उपाध्याय, डा.अनिल बंसल, देवेन्द्र यादव आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन कुलदीप व्यास व जयपुर के शंकर शिखर ने किया।
शहीद के पिता का किया सम्मान
इस मौके पर हुए विशिष्ट जन सम्मान समारोह में गो सेवक धनपतराय कसेरा, समाजसेवी सत्यनारायण सेवदा, डा. मधुसूदन शर्मा, शिक्षा व समाजोत्थान में मदनलाल कम्मा, खेल विकास में रवि प्रकाश गौड़, जैविक कृषि में सर्वेश जांगिड़ व पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्ष मित्र सोसायटी का अभिनंदन किया गया। इससे पहले गौरीसर के शहीद राजेंद्र नैण के पिता सहीराम नैण का अभिनंदन किया गया तो उपस्थितजन ने भारत माता के जयकारों से टाउन हॉल को गुंजायमान कर दिया। इस मौके पर समिति की ओर से लगे शिविर में रक्तदान करने वाले 51 जनों का भी अभिनंदन किया गया। 10 जरूरतमंद विद्यार्थियों को आर्थिक अनुदान वितरित किया गया। समिति के सचिव राधेश्याम पारीक ने आभार जताया।