10 से 15 प्रतिशत के लालच में फंसे आरोपी
एएसपी जाकिर अख्तर ने बताया कि पीडि़त सुल्तान पुत्र जेठूराम ने पंचायत में अपना-खेत अपना काम योजना के तहत आवेदन किया था। योजना के तहत सुल्तान के 64 हजार रूपये स्वीकृत हुए थे। इस राशि को देने के बदले ग्राम विकास अधिकारी वीरेन्द्र तंवर ने 15 तथा सरपंच मोहित पटवारी तथा वरिष्ठ सहायक देवीसिंह ने 10-10 फीसदी कमीशन मांगा था। इस पर पीडि़त ने 27 जुलाई को एसीबी में शिकायत की। जो सत्यापन में सही मिली। इस पर एसीबी ने गुरुवार को तीनों को मांगे गए कमीशन के मुताबिक 9600 तथा 6400-6400 रुपए दिया जाना तय किया। जिन्हें जैसे ही आरोपियों ने पीडि़त से लिया, वैसे ही एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों दबोच लिया। उन्होंने बताया कि तीनोंं आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शुक्रवार को उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।
देर शाम तक चली कार्रवाई
राजीव गांधी सेवा केंद्र में एसीबी की कार्रवाई देर शाम तक जारी रही। जो दोपहर करीब एक बजे शुरू हुई थी। इस दौरान किसी को भनक तक नहीं लगी। दोपहर तीन बजे बाद धीरे धीरे घटना की जानकारी लोगों तक पहुंची। जिसके बाद सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुई।