जब सडक़ें ही सही नहीं होंगी तो संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के दावे से कैसी थमेंगी दुर्घटनाएंसडक़ों के उधड़ते ही आवागमन की ‘गाड़ी’ बेपटरी नांगल आसपुरा सडक़ टूटी, गड्ढा बना
सीकर•Aug 09, 2019 / 05:23 pm•
Vinod Chauhan
आए दिन स्कूली बच्चे हो रहे हादसे का शिकार
नांगल (नाथूसर) . ग्राम नांगल से अजीतगढ़ की सडक़ पर भगवती स्कूल के पास पानी के तेज बहाव से सडक़ पर गड्ढा बन गया है। इसी सडक़ पर आगे मिट्टी का कटाव हो गया है। सोमवार रात हुई बारिश के बाद क्षतिग्रस्त सडक़ को ठीक कराने के लिए मंगलवार को ग्रामीणों ने पंचायत, प्रशासन व सानिवि को अवगत कराया था। रास्ता क्षतिग्रस्त होने से निजी कॉलेज व स्कूलों की एक दर्जन से ज्यादा बसें बंद हैं। पूर्व पंस कैलाश यादव, प्रभातीलाल आसपुरा ने बताया कि आसपुरा व नांगल की पंचायत ने मिट्टी तक नहीं डलवाई। सरपंच गीता यादव ने बताया कि एसडीएम व सानिवि के सहायक अभियंता को 6 अगस्त को बता दिया था। गुरुवार को उपखंड अधिकारी श्रीमाधोपुर को पुन: प्रार्थनापत्र देकर अवगत करवाया है।
बाल्यावास का मुण्ड़ली गांव से संपर्क कटा
खाचरियावास. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रहने से सडक़ों पर जगह-जगह कटाव लग गए हैं सडक़ टूटने से गांवों का संपर्क टूट गया है। मुंण्ड़ली गांव से बाल्यावास करड़ मार्ग पर सडक़ बह गई जिससे 15 फीट चौड़ा और 5 फीट गहरा कटाव हो गया जिससे लोगों की आवाजाही बंद सी हो गई है दो पहिया वाहन भी यहां से नहीं निकल पा रहे हैं प्रशासन को समस्या से अवगत कराने के बाद भी मार्ग को दुरुस्त नहीं किया जा रहा
है ग्रामीणों की मांग है कि जल्द ही मार्ग को दुरुस्त किया जाए।
कोर्ट के आदेश की अवेहलना, नहीं हटा अतिक्रमण
पाटन. इलाके के वन खण्ड डोकन के राजस्व ग्राम बिहार में स्थित खसरा नंबर 1164 पर हुए अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक को पत्र भेजा गया है। गांव के जगदीश गुर्जर ने बताया उक्त खसरा नंबर वन विभाग के अंतर्गत आता है, जिसके ऊपर कुछ लोगों ने मकान आदि बनाकर पक्का निर्माण कर रखा है। इस मामले को लेकर लोकायुक्त को शिकायत भेजी गई थी। इसके बाद न्यायालय सहायक वन संरक्षक सीकर द्वारा इसे अतिक्रमण मानते हुए हटाने के आदेश जारी किए गए थे। 19 जुलाई को क्षेत्रीय वन अधिकारी पाटन कार्यालय द्वारा अतिक्रमण को नोटिस देकर 7 दिन के अंदर अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए गए थे। इसे नहीं मानने पर विभाग द्वारा एक तरफा कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे। उक्त समय सीमा बीत जाने के बावजूद भी आज तक अतिक्रमण हटाने की दिशा में कोई कार्य नहीं किया गया है।