बताई पहचान
घटना के बाद पीडि़त बच्चे से आरोपी शिक्षक की पहचान कराई गई। संस्थान में कार्यरत बाकी शिक्षकों को कतार में खड़ा किया गया। इस पर बच्चे ने उसके साथ मारपीट करने वाले शिक्षक को पहचान लिया और इशारों में समझाया कि उसको पीटा गया है।
बर्खास्त की सिफारिश
मूकबधिर के साथ मारपीट तीन-चार दिन पहले की गई थी। परिजनों के आरोप के बाद समााजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष को घटना से अवगत कराने के बाद उन्होंने अपने स्तर पर अलग से जांच बैठा दी है। जिसमें आरोपी शिक्षक को बर्खास्त करने का निर्णय कर निदेशक को लिखा जाएगा।
चोट के निशान
बालक के परिजनों के अनुसार सात साल के युवराज के शरीर पर बेरहमी के निशान मौजूद हैं। बोल नहीं पाने के कारण वह घटना के बारे में कुछ समझा नहीं सका। आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर मामले की शिकायत उच्च स्तर पर की जाएगी। फिलहाल बच्चे को संस्थान के बजाय घर पर रखा जा रहा है।
इनका कहना
महिला की रिपोर्ट पर घटना की तफ्तीश की जा रही है। दोष साबित होने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। –करन सिंह खंगारोत, एसएचओ, सदर थाना