सूदखोरों की धमकियों और मकान हथियाने के बाद डरे परिवार के 11 सदस्य रिश्तेदारों के यहां अपने दिन काट रहे हैं। परिवार ने सूदखोरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। मामला फतेहपुर क्षेत्र के ताजसर गांव का है। ताजसर निवासी विजेंद्र हरिजन का आरोप है कि उसने गांव के कुछ लोगों को सूदखोर से कुछ रुपए उधार दिलवाए थे।
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उधारी के रुपए वापस भी दिलवा दिए। लेकिन, इसके बाद भी उसके नाम 40 लाख रुपए लिख दिए गए तथा धमकी दी गई कि 1500 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से नहीं चुकाएगा तो जान से हाथ धो बैठेगा। इसके बाद लगातार दबाव बनाने और शरारती तत्वों को उसके घर भेजने के कारण करीब 17 महीनों तक प्रतिदिन 1500 रुपए अदा कर दिए गए। फिर भी और रुपए देने का दबाव बनाकर उसके मकान पर कब्जा कर लिया और पूरे परिवार को घर से बाहर निकाल दिया है।
खुदकुशी की नौबत
पीडि़त परिवार पिछले चार दिन से सीकर के अंबेडकर नगर में अपने किसी रिश्तेदार के यहां ठहरा हुआ है। न्याय नहीं मिलने पर पुलिस अधीक्षक को परिवाद देकर खुदकुशी करने की मजबूरी जताई है। सूदखोर से उसका मकान खाली करवाने की गुहार लगाई है।
सूदखोरी के मामले में पहले गई है जान
सूदखोरी के मामले में मलकेड़ा में एक दंपति परिवार परेशान होकर आत्म हत्या कर चुका है। इसके अलावा भी कई पुलिस थानों में सूदखोरी के मामले दर्ज हुए हैं। लेकिन, कुछ में तो पुलिस ने गंभीरता दिखाई और कई मामलों में अभी भी लीपापोती बरती जा रही है।
इनका कहना है…
इस मामले में परिवाद दर्ज हुआ है। इसकी जांच की जा रही है। दोष साबित होने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-गुलाम सरवर, एएसआई, फतेहपुर सदर थाना