राजस्थान: सीकर जिले के रामपुरा गांव में बड़ा विवाद, आरएसी-कोबरा सहित पुलिस का भारी जाप्ता तैनात
यह है विवाद
दरअसल, 2010 में गांव में 33 हजार केवी बिजली लाइन का जीएसएस पास हुआ था। तीन साल बाद जब बिजली विभाग ने लाइन खींचना शुरू किया तो गलत दिशा में पोल लगा दिए। विरोध होने पर काम वहीं रोक दिया। एडवोकेट झाबर मल का कहना है कि 2013 में काफी बार निगम के उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया और नक्शा दिखाने को कहा। लेकिन, उन्होंने नक्शा नहीं दिखाया। एक साल तक विवाद चलता रहा। 2014 में निगम के अधिकारियों ने मिलीभगत के चलते पोल लगाने का काम शुरू किया और उनके खेत में चार पोल लगा दिए। जब बिजली लाइन खेत से बाहर पहुंची तो नेमीचंद घोसला ने विरोध कर दिया और मामला कोर्ट में चला गया। जिसके बाद स्टे आ जाने से काम रुक गया। गुरुवार को स्टे हटने के बाद बिजली विभाग की टीम लाइन खींचने गांव पहुंची थी। दोनों ही पक्ष अपने खेत में बिजली लाइन खींचने का विरोध कर रहे है।
समझाइश जारी, भारी जाप्ता तैनात
सूचना पर बिजली विभाग के आलाधिकारी, सीओ सिटी ग्रामीण, सीओ सीटी शहर व एसडीएम धोद भी मौके पर पहुंचे है। दो पक्षों को समझाइश का प्रयास किया जा रहा है।