चिकित्सक को जांच दिखाने पर उन्होंने ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। महिला के पति ने जब परिजनों को पत्नी का ऑपरेशन होने की जानकारी दी तो उन्होंने भामाशाह से ऑपरेशन करवाने के लिए तैयारी कर ली। पीडि़त ने पीएमओ को दी रिपोर्ट के अनुसार सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन के साधन नहीं होने पर वे भामाशाह योजना के तहत शारदा हॉस्पीटल में ऑपरेशन के लिए गए। वहां पर डॉ ने सरकारी रिपोर्ट के आधार पर ऑपरेशन करने के लिए कहा। योजना में सरकारी अस्पताल से करवाई गई सोनोग्राफी की फिल्म की जरूरत पड़ी तो परिजन महिला की बाहर से निजी लैब में दोबार से सोनोग्राफी करवाई। जांच में पित की थैली में कुछ नहीं होने की रिपोर्ट आई तो परिजनों के पैरों तले जमी खिसक गई। उन्होंने तुरंत सरकारी अस्पताल से महिला की वापस सोनोग्राफी करवाई तो रिपोर्ट में कुछ नहीं आया
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तो…हट जाती महिला की पित की थैली
गुरुवार को महिला को निजी अस्पताल में ऑपरेशन होना था। नियमों के अनुसार अगर निजी अस्पताल में भामाशाह के तहत फिल्म नहीं मांगी जाती तो शायद महिला की बेवजह पित की थैली निकाल दी जाती। परिजनों ने बताया कि महिला पिछले 15 दिनों से ऑपरेशन को लेकर तनाव में आ रही थी। पीएमओ डॉ एलएन जाटोलियां ने बताया कि पीडि़त ने मामले में रिपोर्ट दी है। जांच करवाई जा रही है।