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खून का रिश्ता नहीं फिर भी इन्होंने ने बचा ली 100 लोगों की जिंदगी, सूरत में मिला सम्मान

हमारे आस-पास दूसरों को 100 बार जिन्दगी देने वाले भी मुश्किल से मिलते हैं। राजस्थान मूल के मातादीन काबरा ने भी अपना नाम दर्ज करवाया है।

सीकरMay 24, 2018 / 10:22 am

Vinod Chauhan

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खून का रिश्ता नहीं फिर भी इन्होंने ने बचा ली 100 लोगों की जिंदगी, सूरत में मिला सम्मान

सूरत/सीकर.

हमारे आस-पास 100 साल की जिन्दगी पाने वाले जैसे बिरले लोग कम मिलते हैं, ठीक वैसे ही दूसरों को 100 बार जिन्दगी देने वाले भी मुश्किल से मिलते हैं। रक्तदान-महादान को जीवन का अर्थ मानने वाले ऐसे ही रक्तदाताओं के सेंचुरी क्लब में राजस्थान मूल के मातादीन काबरा ने भी अपना नाम दर्ज करवाया है। पिछले कई वर्षों से सूरत में रह रहे काबरा को यह उपलब्धि हाल में श्रीसालासर हनुमान प्रचार मंडल की ओर से कपड़ा बाजार में मोटी बेगमवाड़ी के राधाकृष्णा टैक्सटाइल मार्केट परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर में हासिल हुई। सीकर जिले के शिश्यूं रानोली गांव के मातादीन की सेवा भावना को देखते हुए ही सूरत के रक्तदान केंद्र एंड रिसर्च सेंटर ने ब्लड मोटिवेशन कमेटी सदस्य बना रखा है।
100 बार रक्तदान करने पर संस्था ने प्रशस्ति पत्र देकर काबरा को सम्मानित किया। 1984 में कपड़ा कारोबार के सिलसिले में सूरत आए काबरा ने पहली बार वर्ष 2001 में रक्तदान किया था। काबरा की तरह ही सेंचुरी क्लब में राजस्थान मूल के लक्ष्मीकांत नैनसुखा भी जल्द शामिल होने वाले हैं। वे भी 95 बार रक्तदान-महादान के भाव को पूरा कर चुके हैं। इसी तरह फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसो. के पूर्व अध्यक्ष श्रीकृष्ण बंका भी 65 बार रक्तदान कर चुके हैं। मातादीन काबरा सेंचुरी क्लब के 24वें सदस्य बने हैं, जबकि क्लब के दो सदस्य 150 के आंकड़े को पार कर चुके हैं। इनमें वीरल जरीवाला ने 168 बार तो योगेश धीमर ने 159 बार रक्तदान किया। सूरत में रक्तदान के प्रति दूसरों को प्रेरित करने वाला यह क्लब कितना महत्वपूर्ण है, इसके बारे में सबको अच्छे से पता है।


ब्लड कैम्प के मोटिवेटर भी हैं
ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान सूरत रक्तदान केंद्र समेत शहर के अन्य ब्लड बैंक की ओर से रक्तदान शिविर के आयोजन की अपील की जा रही है। केंद्र की ब्लड मोटिवेशन कमेटी में शामिल काबरा और उनके सहयोगी सदस्यों ने शहर में बसे राजस्थानी समाज को रक्तदान शिविर आयोजनों के लिए प्रेरित किया। कपड़ा बाजार में सक्रिय कपड़ा व्यापारियों के अकेले धार्मिक संगठन श्री सालासर हनुमान प्रचार मंडल ने रक्तदान शिविर आयोजनों की फिफ्टी पार कर ली है।

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