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राजस्थान में निजी चिकित्सा संस्थानों की मनमर्जी पर लगेगी रोक, इन तीनों बीमारियों पर पर कसेगा शिकंजा

लक्षणों के अनुसार संभावित मरीजों को एलाइजा जांच के लिए 108 एम्बुलेंस की मदद से मेडिकल कॉलेज के लिए तुरंत रैफर किया जाएगा।

सीकरMay 31, 2018 / 03:13 pm

vishwanath saini

राजस्थान में निजी चिकित्सा संस्थानों की मनमर्जी पर लगेगी रोक, इन तीनों बीमारियों पर पर कसेगा शिकंजा

सीकर. प्रदेश में मौसमी बीमारियों को लेकर अब निजी चिकित्सा संस्थानों की मनमर्जी पर अंकुश लगेगा। राजस्थान एपिडेमिक अधिनियम 1957 के तहत नोटिफिकेशन जारी कर स्वाइन फ्लू, मलेरिया व डेंगू को अधिसूचित किया है। इन तीनों बीमारियों के रोगी सरकारी या गैर सरकारी चिकित्सा संस्थानों, क्लिनिक तथा लैब पर चिन्हित होने पर संस्था प्रभारियों को इनकी सूचना स्थानीय चिकित्सा अधिकारियों को देनी होगी। लक्षणों के अनुसार संभावित मरीजों को एलाइजा जांच के लिए 108 एम्बुलेंस की मदद से मेडिकल कॉलेज के लिए तुरंत रैफर किया जाएगा। जिसकी सूचना जिले के कंट्रोल रूम में देनी होगी। इसके लिए जिला स्तर पर निरीक्षण अधिकारी बनाया गया है जो किसी भी चिकित्सा संस्थान के परिसर में जाकर इन बीमारियों की रोकथाम के लिए कार्रवाई कर सकेंगे।

 

नहीं रोक सकेंगे नीम हकीम
स्वाइन फ्लू, मलेरिया व डेंगू रोग की पुष्टि के लिए अब कार्ड से टेस्ट को आधार नहीं माना जाएगा। सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी ने बताया कि कार्ड में पॉजीटिव आए बीमार के खून का नमूना लेकर जांच करनी होगी। नीम हकीम लक्षणों के आधार पर मरीज का उपचार करते हैं और बाद में जब मरीज की स्थिति बिगड़ जाती है तो वे उपचार के लिए हायर सेंटर पर जाते हैं, लेकिन तब तक स्थिति खराब हो जाती है और परिणाम नकारात्मक आता है। इसे देखते हुए यह नोटिफिकेशन किया गया है। जिला अस्पताल सीकर पर स्वाइन फ्लू सैम्पल लेने की सुविधा है लेकिन पुष्टि एस.एम.एस. जयपुर पी.सी.आर. में ही होती है।

 

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दो माह से नहीं मिला वेतन कर्मचारियों का प्रदर्शन
अजीतगढ़. कस्बे के बाबा नारायणदास राजकीय सामान्य चिकित्सालय के कर्मचारियों पिछले दो माह से वेतन नहीं मिलने के कारण बुधवार को सुबह अस्पताल के बाहर धरना दिया। नर्सिंग अधीक्षक रामजीलाल सैनी ने बताया की भत्ता के कर्मचारियों को पिछले दो माह से वेतन नहीं मिल रहा है। जिस कारण परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो रहा है। वेतन नहीं मिलने की समस्या के बारे मे पीएमओ को अवगत करवाने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारीयो ने कहा की जब तक हमारी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा। इधर चिकित्सालय के पीएमओ डॉ एसके कौशिक का कहना है की कर्मचारियों का वेतन बनाकर भिजवा दिया गया है।

 

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