जनजीवन प्रभावित
जमाव बिंदू के पास पहुंचे तापमान का असर अंचल में जनजीवन पर भी देखने को मिला। सर्दी के चलते देरी से उठने के साथ लोग देर तक रजाई, हीटर व अलाव से चिपके रहे। धूप निकलने के बाद ही लोग रजाई से बाहर निकले।
तेज हो सकता है सर्दी का असर
इधर, मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में सर्दी का असर और तेज हो सकता है। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार उत्तर भारत के राज्यों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार पर उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाओं की रफ्तार में कुछ कमी आने की संभावना है। लेकिन,18 जनवरी से पहाड़ों पर जमा बर्फ की ठंडक लेकर यह हवाएं फिर से तेज रफ्तार से चलना शुरू होंगी। जिसका असर 21 जनवरी उत्तरी भारत के राज्यों पर रहेगा। इसके अलावा 21 जनवरी की रात तक एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों पर अपना प्रभाव दिखाना शुरू करेगा। इसके चलते 22 से 25 जनवरी के बीच उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। ऐसे में आगामी दो सप्ताह भी ठंड का असर जारी रह सकता है।
खेतों में निनाण ने पकड़ी गति
मकर संक्रांति के बाद मौसम साफ होने के कारण खेतों में रबी की फसलों का निनाण (निराई-गुड़ाई) ने जोर पकड़ दिया। पिछले दिनो तेज सर्दी के कारण फसलों की अच्छी बढ़वार हुई है। जिस कारण खेतों में हलचल भी बढ़ गई। वहीं सर्दी के कारण खेतों में भी किसान परिवार केवल दोपहर में ही काम कर पा रहे थे।