परिषद ने पानी निकासी और नालियां की सफाई का कोई प्रयास नहीं किया
सीकर•May 15, 2019 / 06:50 pm•
Vinod Chauhan
चंद बूंदों ने जाम की शहर की नालियां
सीकर. कचरा संग्रहण की हाइटेक व्यवस्था का दावा करने वाली नगर परिषद की पोल सोमवार को आई बरसात की चंद बूंदों ने खोल दी। शहर की प्रमुख नालियां कचरे से अट गई। सिल्वर जुबली रोड पर कल्याण अस्पताल के पास पानी की निकासी भी नहीं हो पाई। मंगलवार को दिनभर सडक़ किनारे पानी भरा रहा, परिषद ने पानी निकासी और नालियां की सफाई का कोई प्रयास नहीं किया।
गड़बड़ाई है नालियों की सफाई
शहर में कचरा संग्रहण का कार्य निजी कंपनी को देने के बाद शहर की नालियों की सफाई की व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है। परिषद ने बरसात को देखते हुए शहर के बड़े नालों की सफाई के लिए विशेष कार्ययोजना अभी तक तैयार नहीं की है। छोटी नालियों की स्थिति भी बदतर है। शहर के संतोषी माता मंदिर, रोडवेज बस डिपो क्षेत्र की नालियां हल्की सी बरसात में अट गई। मुस्लिम मोहल्लों में तो हालात ज्यादा खराब है।
तेज बरसात में कैसे निकलेगा पानी
चक्रवात और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए प्रदेश के कई हिस्सों में धूलभरी आंधी के साथ कभी भी तेज बरसात हो सकती है। ऐसे में सवाल यह है कि तेज बरसात होने पर शहर के पानी की निकासी कैसे होगी। शहर के निचले हिस्सों में बसे लोग बरसात के समय हमेशा ही पानी निकासी की समस्या से परेशान रहते हैं। नवलगढ़ रोड और राधाकिशनपुरा क्षेत्र के लोगों ने समस्या के समाधान के लिए कई बार आंदोलनात्मक कदम उठाए, लेकिन समस्या का अभी तक स्थाई समाधान नहीं हुआ है।
परिषद की खुली पोल
सीकर में सोमवार रात बारिश के कई दौर चले। बारिश के बाद शहर में कई जगह हालात बदतर नजर आए। कल्याण अस्पताल के पास नालियां जाम होने से सडक़ किनारे पानी भर गया। इससे पैदल चलने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई। वहीं नालियों का कचरा सडक़ो पर जमा होने से फिसलन भरी स्थिति बन गई। आक्रोशित लोगों ने बताया कि समय रहते परिषद ने सफाई व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले बारिश के सीजन में लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी।