40 साल बाद भी नहीं बना इंदिरा आवास
सीकर•Aug 08, 2019 / 05:36 pm•
Vinod Chauhan
बारिश के कहर से गरीब का आशियाना ढहा
बावड़ी. ग्राम पंचायत बावड़ी के राजस्व गांव सौंथलिया के वार्ड 12 में बीपीएल परिवार की बारिश से कच्ची झोपड़ी ढह गई। पीडि़त कोयली देवी ने बताया कि गांव में झाडू पोचा लगाकर गोबर मिट्टी से दीवार खड़ी कर छत्त पर लौहे की टेन शेड डालकर परिवार जिदंगी गुजार रहा था, लेकिन मंगलवार को तेज बारिश से आशियाना ढह गया। मलबे में चारपाई, पंखा सहित अन्य सामान दब गया। जिस समय झोपड़ी ढही उस समय बच्चे पढ़ाई कर रहे थे तो कुछ सोने की तैयारी में थे। इतने में ही अचानक कच्ची दीवार में दरार पडक़र ढह गई। जिससे परिवार के लोग चिल्लाकर झोपड़ी से बाहर निकलकर जान बचाई। पीडि़त महिला ने बताया कि पति राजेन्द्र प्रसाद टीबी का मरीज है। बच्चों का पेट पालना भी मुश्किल हो रहा है।
परिवार के लोगों ने बताया कि आबादी भूमि के समीप गोचर भूमि में परिवार के लोग करीब 40 साल से कच्ची झोपड़ी में रहे हैं। पंचायत को जगह का पट्टा व इंदिरा आवास से मकान बनवाने के लिए कई बार अवगत करवाया गया लेकिन कोई आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। बीपीएल परिवार से राज्य सरकार, विधायक महादेव सिंह खण्डेला, कलक्टर, उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार से मांग की है कि बीपीएल परिवार की मदद कर इंदिरा आवास से लाभान्वित किया जाए।
हरीपुरा ग्राम पंचायत बनाने के लिए अनशन
अजीतगढ़. हरिपुरा गांव को ग्राम पंचायत बनाने की मांग को लेकर बुधवार को गांव के चौपाल पर मूलचंद जांगिड़ के नेतृत्व में अनशन शुरू कर दिया। लोगों ने चेतावनी दी कि जब तक गांव को ग्राम पंचायत का दर्जा नहीं मिल जाता अनशन जारी रहेगा। लोगों को पंचायत संबंधी कार्य करवाने व अन्य कार्य करवाने के लिए 10 किलोमीटर दूर बुर्जा की ढाणी जाना पड़ता है। जिस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और लोगों के आर्थिक भार भी ज्यादा लगता है। जिस कारण पिछले कई सालों से हरिपुरा सहित आसपास की ढाणियों और गांवो के लोगों ने हरीपुरा को ग्राम पंचायत बनाने की मांग की जा रही है। लोगों ने बताया कि हरिपुरा को ग्राम पंचायत बनाने की मांग को लेकर सीएम, कलक्टर, श्रीमाधोपुर विधायक, एसडीएम, खंडेला विकास अधिकारी को ग्राम पंचायत बनाने के ज्ञापन भी भिजवा चुके हैं। उधर नायब तहसीलदार महिपाल सिंह ने कहा कि नई ग्राम पंचायत व पंचायत समिति बनाने की प्रक्रिया 29 अगस्त तक जारी है। ग्रामीण अनशन न करे। उन्होंने ग्रामीणों की मांग एसडीएम को भेज दी है।