ये है मामला
पंजाब के फरीदकोट के गांव कालेर में ईंट भट्टे पर मुंशी का काम करने वाले सीकर के पलसाना पंचायत समिति के डूकिया निवासी धर्मपाल ने शनिवार को पहले अपने बेटे हरतेश व बेटी मीना और पत्नी सीमा को नशीला पदार्थ खिलाया फिर उन पर तेल डालकर उन्हें जला दिया। इसके बाद उसने खुद को भी आग के हवाले कर दिया। जिसमें चारों की मौत हो गई। सूचना पर पहुुंची पुलिस ने परिजनों को इसकी जानकरी दी तो परिजन भी कालेर पहुंचे। जहां चारों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर पुलिस ने रविवार को उनके शव परिजनों को सौंपे। जिसके बाद आज सुबह ही शव गांव पहुंचे। जिनका अंतिम संस्कार भी हाथोंहाथ कर दिया गया।
सुसाइड नोट में व्यवसायी को ठहराया जिम्मेदार
जानकारी के अनुसार घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को मौके पर एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें में मृतक ने इस घटना के लिए बठिंडा के एक व्यवसाई को जिम्मेदार बताया है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ और मामले की जांच शुरू कर दी है।
धर्मपाल पर निर्भर था परिवार
ग्रामीणों के अनुसार मृतक के परिवार की आर्थिक स्थित बेहद खराब है। छोटा भाई थोड़ी बहुत खेतीबाड़ी करता है। ऐसे में बहुत हद तक परिवार मृतक पर ही निर्भर था। मृतक की दो बहनों की शादी हो चुकी है।