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यह प्यास है बड़ी…35 करोड़ की बूंदाबांदी

सीकर. पेयजल प्रोजेक्ट की बाट जोह रहे सीकरवासियों के लिए राहत भरी खबर है। केन्द्र व राज्य सरकार ने जल शक्ति मिशन के तहत सीकर जिले को 35 करोड़ का बजट दिया है।

सीकरJun 05, 2020 / 09:38 am

Sachin

यह प्यास है बड़ी...35 करोड़ की बूंदाबांदी

यह प्यास है बड़ी…35 करोड़ की बूंदाबांदी

सीकर. पेयजल प्रोजेक्ट की बाट जोह रहे सीकरवासियों के लिए राहत भरी खबर है। केन्द्र व राज्य सरकार ने जल शक्ति मिशन के तहत सीकर जिले को 35 करोड़ का बजट दिया है। इससे जिले के 105 से अधिक गांव-ढाणियों को फायदा मिलेगा। राज्य सरकार के इस योजना में पैसा देने के बाद केन्द्र सरकार ने प्रोजेक्ट स्वीकृत कर दिए हैं। 35 करोड़ से श्रीमाधोपुर, नीमकाथाना व खंडेला इलाके के गांव-ढाणियों में घर-घर नल कनेक्शन की योजना भी शुरू हो जाएगी। योजना के अगले चरण में सीकर की अन्य ग्राम पंचायतों को शामिल किया जा सकता है। जुलाई महीने तक इन प्रोजेक्ट के तहत काम शुरू होने की संभावना है।


सीकर जिले में यहां होंगे काम


योजना के तहत सीकर जिले की कई ग्राम पंचायतों में कार्य होंगे। इसके तहत श्रीमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र के बागरियाबास में 130.79 लाख, हासपुर में 255.63 लाख, होद में 160.7 लाख, दूलीपुरा में 290.15 लाख, मोकलवास में 173.8 लाख, जैतुसर गुढा में 300.93 लाख, लापुवा संतोषपुरा में 245.22 लाख, बड़ी ढाणी में 255.27 लाख व सिमराला जागीर में 225.46 लाख, नीम का थाना वि.क्षेत्र में देहरा जोहरी में 198.49 लाख, खंडेला विस क्षेत्र के तहत रामपुरा खंडेला में 449.53 लाख, जुगलपुरा में 374.64 लाख, झीरांदा में 173.09 लाख व घासीपुरा में 333.27 लाख के कार्य होंगे।

चूरू व झुंझुनूं को फिलहाल इसलिए पैसा नहीं


चूरू जिले में जर्मन योजना के तहत पहले बजट मिल चुका है। झुंझुनूं जिले में कुम्भाराम लिफ्ट पेयजल परियोजना के तहत काम हो चुका है। ऐसे में फिलहाल इन दोनों जिलों को राशि नहीं मिली है। झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी कस्बे को अगले चरण में मंजूरी मिलने की संभावना है।


शेखावाटी से जुड़ाव, पेयजल समस्या भी ध्यान

केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के शेखावाटी कनेक्शन का भी सीकर को फायदा मिला है। शेखावत का पैत्तृक गांव महरोली है। लोकसभा व विधानसभा चुनाव के दौरान शेखावत सीकर के ज्यादातर गांव-ढाणियों का दौरा कर चुके हैं। ऐसे में वे यहां की पेयजल समस्या को गहराई से समझते हैं। वहीं सांसद सुमेधानंद सरस्वती भी कई साल से इन प्रोजेक्ट को स्वीकृत कराने में जुटे थे।


सबसे बड़ी योजना की जगी आस

सीकर में पिछले 15 सालों से कुम्भाराम लिफ्ट पेयजल परियोजना अटकी हुई है। विधानसभा व लोकसभा चुनाव के दौरान यह सबसे बड़े मुद्दे के तौर पर भी गूंजा। इस योजना की डीपीआर राज्य सरकार ने केन्द्र को भिजवा दी थी। लेकिन योजना में कई कमी होने की वजह से फाइल वापस राज्य के पाले में आ गई। संशोधित प्रोजेक्ट रिपोर्ट आने के बाद केन्द्र सरकार इस पर विचार करेगी। इस योजना को मंजूरी मिलने से जिले के आठों विधानसभा क्षेत्रों को फायदा मिलेगा।

कुम्भाराम लिफ्ट परियोजना को भी मंजूरी जल्द


केन्द्र सरकार ने काफी समय पहले ही पैसा जारी कर दिया था। लेकिन राज्य सरकार ने अपने हिस्से की राशि नहीं दी थी। ऐसे में योजना में देरी हुई है। सीकर जिले की कुम्भाराम लिफ्ट पेयजल परियोजना को भी जल्द स्वीकृत कराया जाएगा। जिले को 35 करोड़ से अधिक का बजट मिलने से ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी।

सुमेधानंद सरस्वती, सांसद, सीकर

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