मौसमी बीमारियों का मौसम
मानसून की विदाई के अंतिम चरण में अब मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में 16 डिग्री से अधिक का अंतर भी बीमारियों के बढऩे का संकेत दे रहा है। ऐसे में कोरोना काल के बीच ये मौसमी बीमारियां भी आमजन के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। तापमान की बात करें तो फतेहपुर कृषि अनुसंधान केन्द्र पर न्यूनतम तापमान 21 व अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में तापमान लगभग यही रहने का अनुमान है।
बदलाव बढ़ा रहा चिंता
बदलते मौसम के कारण किसान तेजी से खरीफ की फसलों की थ्रेसिंग करवाने में जुट गए हैं। । एक तो पिछले दिनों हुई कई इलाकों में बारिश के बाद किसान भीगी हुई फसलों की सार संभाल में जुट गए। किसानों ने बताया कि पिछले दिनो चक्रवात के कारण नुकसान की आशंका हर समय बनी रहती है। इस समय हुई बारिश के कारण प्राकृतिक पळाव होने व नमी बढऩे से बारानी खेतों में चना व तारामीरा एवं सरसों की बुवाई का रकबा बढ़ जाएगा। वहीं अच्छी मावठ होने पर प्राकृतिक पळाव होने से रबी की बुवाई में फायदा होगा।