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सरकार का यह कैसा न्याय: एक तरफ स्कूल खोलने में वैक्सीनेशन की दुहाई, दूसरी तरफ कॉलेज विद्यार्थी बिना डोज लिए देंगे परीक्षा

locationसीकरPublished: Aug 05, 2021 08:32:44 pm

Submitted by:

Ajay

हकीकत: 68 फीसदी से अधिक विद्यार्थियों के लिए नहीं लगी पहली डोजविद्यार्थियों का दर्द: खूब भटके, धक्के भी खाए लेकिन कही नहीं मिली डोजपरीक्षा लेने वाले सैकड़ों के भी नहीं लगी डोज, कैसे हराएंगे कोरोना को

12th class result

शेखावाटी विवि की परीक्षाएं शुरू:


सीकर.
एक तरफ सरकार की ओर से ओर कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और विद्यार्थियों के वैक्सीन की डोज नहीं लगने की वजह से स्कूल-कॉलेज व कोचिंग नहीं खोली जा रही हैं। दूसरी तरफ उच्च शिक्षा विभाग के फरमानों के बाद प्रदेश के सभी विवि ने परीक्षाए कराने की तैयारी कर ली है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विवि की स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हो गई। परीक्षा में शामिल होने वाले सैकड़ों विद्यार्थी ऐसे है जिनके वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लगी है। विवि ने सभी विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल करने का ऐलान किया है। ऐसे में सवाल है कि बिना डोज वाले विद्यार्थियों को कोरोना से कैसे बचाएंगे। बिना डोज वाले विद्यार्थियों की भी परीक्षाएं होने से विद्यार्थियों में भी काफी आक्रोश है। विद्यार्थियों का कहना है कि वैक्सीन की डोज लेने के लिए पिछले दस दिनों में सेंटरों पर जाकर खूब धक्के खाए लेकिन डोज नहीं लग सकी। इससे पहले बिना वैक्सीनेशन वाले विद्यार्थियों ने परीक्षा में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी। इस मामले में छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों की वार्ता हुई। इस पर विद्यार्थियों ने परीक्षाओं के बहिष्कार का निर्णय वापस ले लिया है। दूसरी तरफ कई शिक्षक ऐसे है जिनको भी पहली डोज नहीं लगी है।
गाइडलाइन खुद सरकार ने तोड़ी
सरकार की ओर से कॉलेज विद्यार्थियों की परीक्षाएं कराए जाने की घोषणा के साथ ही कहा गया कि सरकार परीक्षाओं तक सभी का वैक्सीनेशन करा लेगी। यदि वैक्सीनेशन नहीं हो पाता है तो अन्य विकल्पों पर विचार किया जाएगा। लेकिन उच्च शिक्षा विभाग ने इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया।
अगले महीने तक परीक्षाएं
शेखावाटी विश्वविद्यालय की स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं गुरुवार से शुरू होगी। स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 28 अगस्त तक होगी। वहीं स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं छह अगस्त से छह सितंबर तक होगी। शेखावाटी यूनिवर्सिटी ने कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार परीक्षा केन्द्रों की संख्या में बढ़ोतरी की है। जिन छात्र-छात्राओं के वैक्सीन एक भी डोज नहीं लगी है उन्हें भी परीक्षा में शामिल किया जाएगा।
विवि भी भूला ऑनलाइन का दावा
विवि की ओर से भी पूरे प्रदेश में नवाचार की सीख देते हुए ऑनलाइन पैटर्न पर परीक्षाएं कराने की बात कही थी। लेकिन अब विवि की ओर से ऑफलाइन ही परीक्षाएं कराई जा रही है। छात्र नेताओं का कहना है कि विवि के पास कई विकल्प थे। इधर, विवि परीक्षा सेल के अधिकारियों का कहना है कि सरकार ने गाइडलाइन में इस तरह का प्रावधान नहीं किया था।
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विवि का दावा: सेंटर बढ़ाकर दी है राहत
परीक्षा आयोजन के पीछे विवि प्रशासन का तर्क है कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्णय के हिसाब से परीक्षा कराई जा रही है। फिर भी इस बार 104 केन्द्रों पर परीक्षा होगी। जबकि पिछले साल 89 परीक्षा केन्द्र थे। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर आधा घंटे पहले बुलाया गया है जिससे कि सभी को सोशल डिस्टेंस के तहत बिठाया जा सके। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अरिंदम बासु ने बताया कि हर सेंटर पर सेनेटाइजर की व्यवस्था भी की गई है। परीक्षार्थियों को पानी की बोतल व सेनेटाइजर साथ लेकर आना होगा।
एक्सपर्ट व्यू: बिना प्लानिंग के परीक्षा नहीं बन जाए खतरा
एक तरफ मुख्यमंत्री की ओर से लगातार कोरोना की तीसरी लहर की आंशका जताई जा रही है। इस वजह से प्रदेश में अब तक स्कूल, कॉलेज व कोचिंग भी नहीं खुले है। दूसरी तरफ उच्च शिक्षा विभाग की ओर से बिना किसी योजना के परीक्षाएं कराई जा रही है। अब तक ज्यादातर विद्यार्थी व स्टाफ के वैक्सीनेशन नहीं हुआ है। ऐसे में यह लापरवाही कही भविष्य में भारी नहीं पड़ जाए। सरकार को इस मामले में दखल देकर विद्यार्थियों को वैक्सीनेशनल में प्राथमिकता दिलानी होगी।
डॉ. कमल सिखवाल, सीकर
इधर, एनएसयूआई ने कलक्टर को बताई पीड़ा
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश नागा ने इस मामले में सीकर जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी को भी पीड़ा बताई है। उन्होंने कलक्टर को बताया कि युवाओं को वैक्सीन का पहला डोज भी नहीं लगा है। जिला प्रशासन को सभी गांव-ढाणियों के साथ कस्बे व जिला मुख्यालय पर विद्यार्थियों के लिए विशेष शिविर लगाए जाने चाहिए। इस पर कलक्टर ने जल्द विशेष शिविर लगवाने का आश्वासन दिया।
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