scriptदेश की इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी के कुलपति पर क्या सही हैं ये आरोप…स्क्रॅाल कीजिए और पढ़ लीजिए | What allegations are right on the Vice Chancellor of such a university | Patrika News
सीकर

देश की इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी के कुलपति पर क्या सही हैं ये आरोप…स्क्रॅाल कीजिए और पढ़ लीजिए

कुलपति-रजिस्ट्रार के बीच नहीं थमी रार।… बकाया वेतन, भत्ते देने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे वीसी…एपीओ होने के बाद रजिस्ट्रार ने प्रेसवार्ता कर फिर कुलपति पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

सीकरJan 19, 2020 / 06:53 pm

Gaurav

देश की इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी के कुलपति पर क्या सही हैं ये आरोप...स्क्रॅाल कीजिए और पढ़ लीजिए

देश की इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी के कुलपति पर क्या सही हैं ये आरोप…स्क्रॅाल कीजिए और पढ़ लीजिए

सीकर. शेखावाटी यूनिवर्सिटी के कुलपति और रजिस्ट्रार के बीच विवाद अभी पूरी तरह से थम नहीं सका है। रजिस्ट्रार बलदेव प्रसाद शर्मा ने एपीओ किए जाने के बाद शनिवार को सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता कर कुलपति बीएल शर्मा पर भ्रष्टाचार करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कुलपति अपने बकाया वेतन, भत्ते को देने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। साथ ही वे पेंशन भी ले रहे है, जबकि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। राजभवन व वित्त मंत्रालय से पत्राचार करने पर उन्होंने पेंशन काट कर वेतन देने के आदेश दिए। पूर्ण वेतन नही देने पर वे नाराज हो गए।
उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग अभी निर्माणाधीन है। काम चल रहा है। प्रमाण पत्र भी जारी नहीं हुआ। बिल्डिंग की खिडक़ी खुली हुई है। वहां पर पर्याप्त साधन नहीं है। बिजली कनेक्शन नहीं हुआ। इसके बावजूद भी कुलपति ने निर्माणाधीन बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर है। चाहे बिल्डिंग की निविदा हो, कॉलेजों की संबद्धता-अनुमोदन हो या अन्य सामान की खरीद फरोख्त में कमीशनखोरी चल रही है।
एक माह के अंतराल में ही एपीओ हुए
रजिस्ट्रार बलदेव प्रसाद शर्मा ने 18 दिसम्बर को ही विश्वविद्यालय में ज्वाइन किया था। कुलपति से विवाद के कारण ही उन्हें एक माह के अंतराल में ही उन्हें एपीओ कर दिया गया। ज्वाइन करते ही रजिस्ट्रार बलदेव प्रसाद शर्मा व कुलपति प्रोफेसर बीएल शर्मा के बीच तनातनी हो गई थी। कुलपति शर्मा ने यूनिवर्सिटी में उन पर शराब पीकर आने का आरोप लगाया और यू नोट जारी कर दिया था। कुलपति ने रजिस्ट्रार को पांच-छह दिन में रिलीव कर दिया था। रजिस्ट्रार के ऑफिस में ताला जड़ दिया था। इसकी शिकायत कॉलेज आयुक्तालय, राज्यपाल, शिक्षा विभाग तक भी पहुंच गई। सरकार ने पक्ष जानने के बाद उन्हें कार्यभार ग्रहण करने को कहा। पिछले तीन सालों से कई अधिकारियों की यहां नियुक्ति की गई है लेकिन अधिकारियों ने ज्वाइन नहीं किया है। यूनिवर्सिटी में प्रतिनियुक्ति पर लगे कॉलेज प्राध्यापक को ही रजिस्ट्रार के पद का कार्यभार दिया हुआ है।
विश्वविद्यालय में चल रहा भ्रष्टाचार का खेल
रजिस्ट्रार बलदेव प्रसाद शर्मा ने कहा कि शेखावाटी विश्वविद्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार के खेल को नहीं देख सका। इसलिए कुलपति और मेरे बीच विवाद हुआ। रजिस्ट्रार ने कहा कि मैंने कई पत्रावली पर जहां कहीं भी गड़बड़ नजर आई उस पर अपनी आपत्ति स्पष्ट रूप से दर्ज कर दी और वहीं से कुलपति नाराज रहने लग गए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के एपीओ किए जाने के आदेश का सम्मान करता हूं। कुलपति के तीन साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि वह कमीशन पर बिलों के भुगतान करवा रहे है।

Home / Sikar / देश की इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी के कुलपति पर क्या सही हैं ये आरोप…स्क्रॅाल कीजिए और पढ़ लीजिए

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो