सर्वोच्च किसान पुरस्कार सुंडाराम को खेती में सफल प्रयोग के चलते कई अवार्ड मिल चुके हैं। 1997 में राष्ट्रीय अवार्ड के अलावा उन्हें उनकी उपलब्धियों की वजह से 1998 में राष्ट्रीय एजेंसी आईसीएआर के सर्वोच्च पुरस्कार जगजीवनराम किसान पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। राज्य व राष्ट्रीय स्तर के वे कुल 16 पुरस्कार हासिल कर चुके हैं। सुंडाराम देश सहित अमेरिया, यूरोप में 11 शोध पत्र पढ़ चुके हैं। वहीं, कृषि जैव विविधता के आधार पर देशी किस्मो का एक बैंक भी तैयार कर चुके हैं। उनकी तकनीक को न केवल राजस्थान सरकार के जल संरक्षण विभाग ने मान्यता प्रदान की है, बल्कि देश के मशहूर कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के जनक डॉ. स्वामीनाथन ने भी सराहा है।
जिले के दूसरे पद्म श्री
सुंडाराम वर्मा सीकर जिले के दूसरे पद्म श्री किसान होंगे। इससे पहले जगदीश पारीक को यह पुरस्कार मिल चुका है।