बिना सहमति ले गए
बसावा निवासी 23 वर्षीय प्रसूता अनिता को सात मई को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सात मई को प्रसव के बाद ब्लीडिंग शुरू हो गई और हीमोग्लोबिन की मात्रा गिरने से अनिता बेहोश हो गई जिस पर अस्पताल प्रशासन ने परिजनों की सहमति लिए बिना ही प्रसूता को स्टेशन रोड के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां प्रसूता को तीन दिन तक आईसीयू में चार दिन तक रहने के बाद स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो परिजन प्रसूता को लेकर जयपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद प्रसूता को बुधवार सुबह दस बजे जयपुर के एसएमएस अस्पताल ले गए जहां पहुंचने से पहले ही प्रसूता ने दम तोड़ दिया।
हमारी गलती नहीं
किसी प्रकार की ब्लीडिंग नहीं हुई थी। प्रसूता खून की कमी और लीवर में सूजन के कारण बेहोश हुई थी। बाद में प्रसूता को सीकर के ही दूसरे निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। चार दिन तक आईसीयू में रहने के बाद सुधार नहीं हुआ। परिजन जयपुर के एसएमएस अस्पताल गए।
डॉ. विजय फगेडिय़ा, चिकित्सक
परिजन और अस्पताल प्रबंधन के बीच समझौता हो गया है। परिजनो ने पोस्टमार्टम करवाने से इंकार दिया था। इसके बाद परिजन शव को लेकर चले गए।
– संगीता मीणा, एसआई, उद्योग नगर थाना सीकर