कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने कहा कि स्वरोजगार शुरू करने पर खुद के साथ अन्य दूसरे युवाओं को भी रोजगार मिलता है। इस दौरान मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया। जिला प्रशासन और जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में 14 विभागों द्वारा योजनाओं के माध्यम से ऋण के रूप में राशि मुहैया कराया गया।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 264 हितग्राहियों को 6 करोड़, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में 274 हितग्राहियों को 24.60 लाख रुपए, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत 260 हितग्राहियों को 39 लाख, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (व्यक्तिगत) 8 हितग्राहियों को 12 लाख, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (समूह) में 1320 हितग्राहियों को 344 लाख रुपए व प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत 25 हितग्राहियों को 3.84 लाख रुपए ऋण के रूप में मुहैया कराए गए।
इसके अलावा प्रदेश की कई योजनाओं के माध्यम से भी हितग्राहियों को ऋण उपलब्ध कराया गया। इस दौरान युवा बेरोजगारों से दावा भी किया गया कि आगे योजनाओं के जरिए ऋण मुहैया कराने का सिलसिला जारी रहेगा। कार्यक्रम में सिंगरौली विधायक बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। इसके अलावा देवसर विधायक सुभाष रामचरित्र वर्मा, नगर निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।
स्वरोजगार के जरिए आत्मनिर्भर बनेंगे युवा
बेरोजगार युवाओं व युवतियों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रेरित करते सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य ने कहा कि अधिक से अधिक बेरोजगारों को स्वरोजगार की ओर रूख करना चाहिए। क्योंकि इससे वे आत्मनिर्भर बनेंगे। साथ दूसरों को रोजगार भी देंगे। इस दौरान अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी बेरोजगारों को संबोधित किया। कार्यक्रम की शुरुआत महा प्रबंधक उद्योग एसआर मंसूरी ने की।
योजना, जिनमें मिला ऋण
– मुख्यमंत्री ग्रामीण पथकर विक्रेता के तहत 63 हितग्राहियों को 6.30 लाख रुपए मिले।
– प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 12 हितग्राहियों को 148.61 लाख रुपए मिले।
– मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में 168 हितग्राहियों को 868.29 लाख रुपए वितरित किए गए।
– पशु चिकित्सक विभाग द्वारा केसीसी के रूप में 164 हितग्राहियों को 33.05 लाख रुपए दिए गए।
– मत्स्य पालन विभाग की ओर से केसीसी के रूप में 75 हितग्राहियों को 5.73 लाख रुपए मिले हैं।
– संत रविदास स्वरोजगार योजना में 6 हितग्राहियों को 32.90 लाख रुपए का ऋण दिया गया है।
– डॉ. भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना में एक हितग्राही को 0.75 लाख रुपए मिला है।
– भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना में 4 हितग्राहियों को 16.61 लाख रुपए का ऋण मिला है।