टेक्नॉलजी का कमाल, बारिश के मौसम में ये एप करेगा जान-माल की सुरक्षा
- प्राकृतिक आपदा से पहले ही करेगा सूचित

सिंगरौली. बारिश का मौसम, आसमान में तेज गर्जना के साथ बिजली कड़की कि कलेजा मुंह को आ जाता है। प्रायः हर कोई यह पता लगाने में जुट जाता है कि आस-पास कहीं बिजली तो नहीं गिरी। नुकसान तो नहीं हुआ जान-माल का। लेकिन अब इससे निजात मिलने जा रही है।
लोगों को मौसम की अनुकूलता एवं प्रतिकूलता के बारे में जागरुक व बचाव के लिए मौसम विभाग द्वारा एक एप जारी किया गया है। यह एप प्राकृतिक आपदा आकाशीय बिजली से लोगों को बचाएगा। इसे दामिनी एप नाम दिया गया है। दावा है कि बिजली गिरने या इस तरह की प्राकृतिक आपदा के बाबत दामिनी एप पहले ही लोगों को सावधान करेगा। इससे जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को सतर्क कर जान बचाई जा सकेगी।
यह एप बिजली गिरने के 30 से 40 मिनट पहले अलर्ट करता है। इससे जान-माल की क्षति से काफी हद तक बचा जा सकता हैं। यह एप सचेत करता है कि बिजली गिरने वाली है और आप इस क्षेत्र से हट जाएं या अंदर चले जाएं। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रपिकल मौसम विज्ञान, पुणे पृथ्वी मंत्रालय के तहत संस्था ने देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 48 सेंसर के साथ एक लाइटिंग लोकेशन नेटवर्क स्थापित किया हैं। पुणे में केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई के लिए रखा गया हैं। यह नेटवर्क बिजली के गड़गड़ाहट और वज्रपात की गति के बारे में सटीक जानकारी दे रहा हैं। इस नेटवर्क का उपयोग करते हुए आईआईटीएम ने एक मोबाइल एप दामिनी विकसित किया हैं। यह एप लाइटनिंग हमलों का सटीक स्थान 40 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में वज्रपात के संभावित स्थानों आदि की जानकारी दे रहा हैं।
आम आदमी व किसान दामिनी मोबाइल एप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करके वर्षा के दिनों में आकाशीय बिजली गिरने की सटीक सूचना पाकर जानमाल की रक्षा कर सकते हैं।
अब पाइए अपने शहर ( Singrauli News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज