कोतवाल मनीष त्रिपाठी ने बताया कि 25 जून को नव दंपत्ति विनोद कुमार वैश्य अपनी पत्नी के साथ शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि पिछले 4 जून से अज्ञात नंबर से लगातार वाट्सअप पर अश्लील फोटो, वीडियो व मैसेज आ रहा है। जिसमें उसकी पत्नी से संबंधित एडिटिंग फोटो व वीडियो है। फोटो व वीडियो के एवज में मोटी रकम की डिमांड की जा रही है।मैसेज भेजने वाला रुपए नहीं देने पर फोटो को इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी दे रहा है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि इससे पहले भी कई महिलाओं को ब्लैकमेल करने की धमकी दिया था। गहनता से पूछताछ करने पर आरोपी ने करीब दर्जनभर महिलाओं को ब्लैकमेल कर यौन शोषण का अपराध स्वीकार किया है। पारिवारिक व सामाजिक दृष्टिकोण से सभी की पहचान गोपनीय रखी गई है। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 38 7, 507 भादवि व 6 7 ए आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।
बताया है कि आरोपी सुरेश वैश्य फर्जी नाम वाले एक कंपनी के सिमयुक्त मोबाइल के जरिए महिलाओं को ब्लैकमेल करता था। आरोपी उच्च शिक्षित होने के बावजूद इस तरह की हरकत करता था।वह बीएससी व बीएड डिग्रीधारी है। इससे पहले जननी एक्सप्रेस में काम करता था। फिर कसर गेट के पास गांगी गांव में फर्जी क्लीनिक संचालित कर बिना मेडिकल की डिग्री के लोगों का इलाज कर रहा था।