बीमारी छिपाने के लिए डॉ. सिंह ने फर्जीवाड़ा भी किया। उनकी पत्नी में जब कोरोना के लक्षण नजर आए तो उन्होंने अमले को घर पर बुलाकर पत्नी का सैंपल कराया। लेकिन नाम अपने मातहत एक कर्मचारी का दर्ज करा दिया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पूरा स्वास्थ्य अमला महिला के घर पर आइसोलेट करने पहुंच गया। इससे हड़बड़ाई महिला कर्मचारी ने पूरी सच्चाई बयान कर दिया। बाद में पत्नी के साथ डॉ. सिंह की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई।
बीएमओ डॉ. सिंह के साथ उनके परिवार के चार सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल यह मामला ऐसा है जिसमें एक बड़ी आबादी कोरोना पॉजिटिव डॉ. सिंह के संपर्क में आई थी। दरअसल बलिया से लौटने के बाद डॉक्टर अस्पताल गए, अमले के साथ क्षेत्र भ्रमण किया और लोगों का परीक्षण व उपचार किया। बताया गया है कि वे कई अधिकारियों के संपर्क में भी आए थे। अब कांटेक्ट हिस्ट्री को लेकर प्रशासन परेशान है।
खुटार स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ बीएमओ बिना अनुमति यात्रा पर गए थे। इसकी जानकारी छिपाकर ज्वाइनिंग दी। पत्नी के सैंपल में भी नाम छिपाया। यह कोरोना प्रोटोकाल और जिला दंडाधिकारी द्वारा जारी किए गए निर्देशों का उल्लंघन है। डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी गई है। कांटेक्ट हिस्ट्री तैयार कराकर स्क्रीनिंग कराई जा रही है।
डॉ. आरपी पटेल, सीएमएचओ सिंगरौली।