सोमवार को कलेक्टर ने निरीक्षण कर मरीजों और उनके परिजनों को संतुष्ट रखने का पाठ पढ़ाया। दूसरे ही दिन जिला अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर में चिकित्सक व मरीजों के परिजन पक्ष के बीच विवाद हो गया। नौबत धरना प्रदर्शन तक आ गई।
हुआ यह कि सोमवार की देर रात इलाज के दौरान हुई मरीज की मौत के मामले में ड्यूटी चिकित्सक डॉ. बालेंदु शाह के साथ कांग्रेस नेता जुल्फिकार अली व अन्य के बीच विवाद हो गया। मामले में दोनों पक्षों ने एक ओर जहां एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया है।
वहीं मरीज पक्ष से अस्पताल पहुंचे कांग्रेस नेता के समर्थन में धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद सिंह चंदेल पदाधिकारियों व समर्थकों के साथ अस्पताल परिसर में ही धरने पर बैठ गए और चिकित्सक पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे।
कांग्रेसियों के उग्र तेवर को देखते हुए अस्पताल के चिकित्सकों ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना मिलने पर न केवल एडिशनल एसपी अनिल सोनकर दलबल के साथ पहुंच गए। बल्कि एसडीएम ऋषि पवार भी धरनारत लोगों को समझाने पर पहुंचे। सुबह छह बजे से शुरू धरना प्रदर्शन करीब छह घंटे बाद तब समाप्त हुआ, जब अधिकारियों ने ज्ञापन लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
चिकित्सक ने थाने में दी तहरीर
इधर, अस्पताल के ड्यूटी चिकित्सक डॉ. बालेंदु शाह ने भी बैढऩ थाने में तहरीर देकर कांग्रेस नेता जुल्फिकार अली सहित अन्य पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है। चिकित्सक के समर्थन में अस्पताल के अन्य चिकित्सक और स्टॉफ के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी आए और उनकी ओर से भी जिला अस्पताल में दोपहर बाद प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की गई।
मलेरिया से पीडि़त था युवक, रात 10 बजे हुई मौत
तेलदह निवासी मो. शमीम मलेरिया से पीडि़त था और एक दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती हुआ था। बताया गया कि उसकी मौत सोमवार को रात करीब 10 बजे ही हो गई थी। मौके पर पहुंचे कांग्रेसी नेता जुल्फिकार अली मरीज के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। रात दो बजे ड्यूटी चिकित्सक व कांग्रेसी नेता के बीच कहासुनी हुई और फिर बवाल शुरू हो गया।