दरअसल पत्रिका की रियॉलिटी चेक में जिला अस्पताल की ओपीडी मे पांच अक्टूबर को सभी चिकित्सक नदारद मिले थे। सूचना मिलने पर ओपीडी में पहुंचे सिविल सर्जन ने खुद अपनी आंखों से वस्तुस्थिति को देखा था, लेकिन चिकित्सकों के रसूख के आगे सिविल सर्जन उन पर कार्रवाईकरने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
ओपीडी से चिकित्सकों के नदारद रहने की स्थिति लगातार बनी हुई है। चिकित्सक निर्धारित समय को नजरअंदाज कर मनमाने तरीके से ओपीडी में पहुंच रहे हैं। अस्पताल की नईबिल्डिंग में शुरू हुईओपीडी का यह हाल सिविल सर्जन की लचर कार्यप्रणाली का नतीजा माना जा रहा है।
सिविल सर्जन ओपीडी से नदारद चिकित्सकों पर व्यक्तिगत कार्रवाई करने के बजाए सामूहिक नोटिस जारी कर उपस्थित रहने की चेतावनी दी है। हालांकि पत्रिका की खबर को संज्ञान में लेने और कलेक्टर के निर्देश पर सिविल सर्जन ने ओपीडी में उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक जरूर लगवा दिया है।