मध्य प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सतेन्द्र प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि मध्यप्रदेश लीपिक वर्गीय कर्मचारी संघ प्रांतीय महासमिति की बैठक 30 जून को मंत्रालय शाखा सहकारी समिति के भवन भोपाल में आयोजित की गई थी। बैठक में संगठन के प्रांता अध्यक्ष मनोज वाजपेई एवं संगठन के संरक्षक सुधीर नायक ने संयुक्त रूप से मध्यप्रदेश के मंत्रालयीन विभागाध्यक्ष कार्यालय,तहसील कार्यालय,विकासखण्ड कार्यालयों में पदस्थ समस्त लिपिक वर्गीय कर्मचारियों के हड़ताल का आहवान किया है।
पाण्डेय ने बताया कि 20 जुलाई को जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूश निकाल कर कलेक्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जायेगा। लिपिक नरेश सिंह ने कहा कि यदि मांगें नही मानी गई तो 23 जुलाई से अनिश्चित कालीन हड़ताल की जायेगी। 20 जुलाई को नगर निगम शिव मंदिर से रिलायन्स चौराहा होकर कलेक्ट्रेट परिसर के मुख्य द्वार तक मशाल जुलूस निकाल कर ज्ञापन सौंपेगे।
23 जुलाई से कलेक्ट्रेट परिसर के समीप धरना स्थल में करीब 300 लिपिक एकत्रित होंगे। कहा कि लिपिकों के प्रति मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता के बावजूद नौकरशाही लिपिकों की मांगों को पूरा करने में रोड़ा अटका रही है। रमेश चन्द्र शर्मा समिति की लिपिक हितैशी अनुशंसाएं लागू नहीं हो पा रही हैं।
23 जुलाई से बढ़ेगी मुश्किल
अभी लिपिक काम कर कर रहे हैं जिसकी वजह से ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही है। लेकिन 23 जुलाई से लिपिकों के अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के बाद समस्या बढ़ जाएगी। जहां आम लोगों का काम प्रभावित होगा वहीं सरकारी कार्य में भी बाधा आएगी। ऐसे में विभाग के प्रभारी इस प्रयास में जुटे हुए हैं कि महत्वपूर्ण कार्यों को हड़ताल शुरू होने से पहले पूरा करा लिया जाए। वहीं आम लोग भी हड़ताल शुरू होने से पहले अपका कार्य निपटाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।