कांफ्रेंस के दूसरे दिन के आयोजन में भारत के पहले 205 टन क्षमता वाले इलेक्ट्रिक डंपर का उद्घाटन प्रमुख कार्यक्रमों में से एक रहा। कंपनी के अमलोरी क्षेत्र की बेस वर्कशॉम में आयोजित कार्यक्रम में एनसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध पीके सिन्हा, बीईएमएल के सीएमडी दीपक कुमार होता, एनसीएल के निदेशक तकनीकी-संचालन गुणाधर पाण्डेय, निदेशक ;तकनीकी परियोजना एवं योजना पीएम प्रसाद, निदेशक वित्त नाग नाथ ठाकुर और बीईएमएल के निदेशक मार्केटिंग बीआर विश्वनाथ ने नए इलेक्ट्रिक डंपर को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर कंपनी के सीएमडी पीके सिन्हा ने कहा कि कोयला उत्पादन एवं प्रेषण से जुड़े विभिन्न कार्यों में नवीनतम आधुनिक तकनीक का प्रयोग एनसीएल की सफलता का आधार स्तंभ रहा है। पूरी तरह से स्वदेशी रूप से विकसित इलेक्ट्रिक डंपर की तैनाती नए लक्ष्यों को भेदने के लिए कंपनी की पुख्ता तैयारियों को और भी मजबूत बनाएगी।
बीईएमएल सीएमडी दीपक कुमार होता ने कहा कि देश के पहले इलेक्ट्रिक डंपर को राष्ट्र की अग्रणी कोयला उत्पादक कंपनी एनसीएल को हस्तांतरित करना उनकी कंपनी के लिए एक गौरव का क्षण है। गुणाधर पाण्डेय ने एनसीएल को देश के पहले स्वदेशी इलेक्ट्रिक डंपर को एनसीएल को देने के लिए बीईएमएल को धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि अमलोरी खदान में इस डंपर की सफल तैनाती जल्द ही कंपनी की अन्य खदानों में ऐसे ही और भी डंपरों की तैनाती का मार्ग प्रशस्त करेगी।
यह पहले डंपर की खासियत
बीएच-205-ई मॉडल का यह डंपर खुली खदानों में परिचालन के लिए एक इलेक्ट्रिक ड्राइव रीयर डंप ट्रक है। 2300 हॉर्स पावर वाले इलेक्ट्रॉनिक इंजन और अल्टरनेट करेंट ड्राइव के चलते यह डंपर कम मेंटेनेंस के साथ बेहतर क्षमता के साथ कार्य करेगा। डंपर के आसान एवं सुरक्षित परिचालन के लिए इसमें ऑपरेटर के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए आधुनिक डैश-बोर्ड, सीट, आपातकालीन स्टीयरिंग, ब्रेकिंग और निकटतम चेतावनी यंत्र लगाए गए हैं।