पिछले तीन महीनों के आंकड़ों पर गौर फरमाए तो फरियादियों की सूचना पर सबसे ज्यादा कोतवाली, विंध्यनगर और बरगवां में डायल 100 से मदद की गई है। सूचना के तत्काल बाद सूचनकर्ता के स्थान पर पहुंचकर मामले को शांत कराया है। बैढऩ की एफआरवी (फास्ट रिलीव व्हीकल) ने तीन महीनों में करीब 2000, विंध्यनगर की एफआरवी ने 1800 व बरगवां की एफआरवी ने 1500 की मदद की है।
डायल 100 मध्यप्रदेश शासन की एक अत्यंत महत्वपूर्ण अभिनव पुलिस आपातकालीन रेस्पांस सेवा योजना है। इससे न सिर्फ पुलिस की दक्षता में वृद्धि हुई है बल्कि जनता को बेहतर पुलिस सेवा मिल रही है। इससे लोकतंत्र मजबूत हुआ है। एक नवम्बर 2015 से पीएचक्यू के इस महत्वाकांक्षी डायल १०० सेवा योजना का शुभारंभ किया गया। तब से लेकर अभी तक विभिन्न प्रकार की सूचनाओं पर डायल १०० वाहन मौके पर पहुंचकर पीडि़तों को मदद पहुंचाई है।
डायल 100 सेवा से जिले में मारपीट, छेड़़छाड़, चोरी, लूट इत्यादि अपराधों में कमी आई है। डायल 100 वाहन प्रतिमाह लगभग कई किमी गश्त भी दिन एवं रात्रि में करती है। दिन की गश्त में विद्यालयों, सुनसान गलियों, भीड़ भरे बाजारों, बैंकों आदि के आसपास की जाती है एवं रात्रिगश्त के दौरान राजमार्गों पर भी गश्त की जाती है। जिससे लूट की घटनाओं में भी कमी आई है। डायल 100 योजना लागू होने के बाद अपराधों में कमी आई है।
अक्टूबर – 3556
नवम्बर – 2970
दिसंबर – 2749
जनवरी(अब तक) – 1835