दरअसल पिपरहवा टोला में बिजली का ट्रांसफार्मर सात अप्रेल को ही जल गया। जिससे कई घरों में विद्युत आपूर्ति ठप पड़ गई।ट्रांसफार्मर जलने की सूचना के साथ ही ग्रामीणों ने बिजली व्यवस्था बहाल करने की गुहार लगाई, लेकिन कईबार अपील के बावजूद टोला में बिजली आपूर्ति को चालू नहीं किया जा सका है। जबकि ट्रांसफार्मर जले दो महीना बीत चुका है। गांव के सरपंच ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इसकी कलेक्टर से शिकायत की है।
तीन दिन में ट्रांसफार्मर बदलने का आदेश हुआ हवा
शासन स्तर से विद्युत आपूर्ति को लेकर जारी गाइडलाइन के मद्देनजर एमपीइबी के स्थानीय अधिकारियों ने यह निर्णय लिया है कि ट्रांसफॉर्मर जलने की स्थिति में उसे महज तीन दिनों के भीतर बदल दिया जाएगा, लेकिन उनका यह निर्णय केवल कागज तक ही सीमित रह गया है।पिपरहवा टोला का मामला इसका जीता जागता उदाहरण है।