scriptमौसम की मार, सेहत पर भारी, जिला अस्पताल में बढ़ी मरीजों की भीड | Crowds of growing patients in Singrauli district hospital | Patrika News
सिंगरौली

मौसम की मार, सेहत पर भारी, जिला अस्पताल में बढ़ी मरीजों की भीड

प्राथमिक उपचार कर मरीजों को दे रहे छुट्टी….

सिंगरौलीMay 22, 2019 / 09:17 pm

Amit Pandey

Crowds of growing patients in Singrauli district hospital

Crowds of growing patients in Singrauli district hospital

सिंगरौली. तापमान में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। मौसम की इस मार से लोग बीमार हो रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़ और फुल चल रहे वार्ड इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। मौसम की बेरूखी के बीच जहां लोग परेशान हैं।वहीं जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी भी मरीजों की हर रोज बढ़ रही संख्या को देखकर पसीना छोड़ रहे हैं। अस्पताल में संसाधनों का सीमित होना इसकी मुख्य वजह है।
वर्तमान में जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में दोगुना के करीब हो गई है। यही हाल वार्ड में भर्तीमरीजों का है। चिकित्सकों की माने तो पिछले सात दिनों में अस्पताल की ओपीडी में 642 ऐसे मरीज पहुंचे हैं, जो उल्टी-दस्त, सर्दी, खासी व बुखार से पीडि़त रहे हैं।
इनमें से ज्यादातर मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया गया है। खुद चिकित्सक इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि वार्डमें अधिक भीड़ होने के चलते उन मरीजों को मजबूरन दवा देकर वापस भी लौटाना पड़ रहा है, जिनकी हालत कुछ हद तक ठीक रहती है। जिला अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों और प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी उल्टी व दस्त के मरीजों का कमोबेश यही हाल है।
गर्मी से परेशान मरीज
तेज गर्मी से बचने के लिए लोग जहां घरों में एसी व कूलरों का सहारा ले रहे हैं। वहीं जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को अब भी गर्मी से जूझना पड़ रहा है। यहां लगे कूलर मात्र दिखावा साबित हो रहे हैं। मरीज गर्मी से व्याकुल हो रहे हैं लेकिन उन पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। दरअसल जिला अस्पताल के वार्डों में लगे ज्यादातर कूलर वर्षों पुराने हैं। नतीजा कभी किसी का मोटर पंप खराब रहता है तो कभी पंखा जला मिलता है।
दिन में परेशानी रात में बेचैनी
जिला अस्पताल में दिनभर गर्मी से परेशान मरीज रात को अस्पताल परिसर में घूमकर गर्मी से राहत पाने की कोशिश करते नजर आते हैं। अप्रेल माह में जिस प्रकार गर्मी पड़ रही है। इस स्थिति में केवल पंखे के काम नहीं चल रहा है। पंखों की हवा मरीजों को लू की तरह लग रही है। दिन और रात मरीजों का कैसे गुजरता है, इसका अंदाजा अस्पताल में हालात को देखने वाले सहज ही महसूस कर लेते हैं, लेकिन चिकित्सा अधिकारियों को उन पर कोईरहम नहीं आ रहा है।
आवश्यकता से कम कूलर
जिला अस्पताल में रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोगों को आना जाना लगा रहता है। इन दिनों अस्पताल में औसतन 15० लोग इलाज के लिए आते हैं। वहीं जिला अस्पताल में दर्जनों की संख्या में मरीज वार्डों में भर्ती होते हैं। वैसे तो वार्डों में कूलर लगाया गया है, लेकिन आवश्यकता के मद्देनजर उनकी संख्या काफी कम है। ज्यादातर वार्डों में चार कूलरों की आवश्यकता है, लेकिन दो बेहतर कूलर भी उपलब्ध नहीं है। नतीजा प्रसव वार्ड व एनआरसी में प्रसूता व मासूमों का हाल बेहाल है।
गला खराब होने की मिल रही शिकायत
इधर अस्पताल में भर्तीमरीजों और उनके तीमारदारों को गले में भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी बढऩे पर बच्चों से लेकर बड़े तक राहत पाने ठंडा पेय पदार्थ उपयोग में ले रहे हैं। ऐसे में गले में इंफेक्शन बढ़ रहा है। मरीजों ने चिकित्सकों की इसकी शिकायत भी की है। इसके आलावा बाहर के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई हैं। डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी से राहत पाने लोग धूप से आते ही ठंडे पानी पी रहे हैं। इससे उनके गले में दिक्कतें हो रही हैं।

Home / Singrauli / मौसम की मार, सेहत पर भारी, जिला अस्पताल में बढ़ी मरीजों की भीड

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो