हाथियों के इस झुंड ने गोभा गांव में शनिवार को पहुंचे हाथियों के झुंड ने रविवार तक जमकर तबाही मचाई। कई घरों में जमकर तोड़-फोड़ की। कच्चे मकान व झोपड़ियों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। सर्वाधिक क्षति गरीब किसानों की फसल को हुई जो पूरी तरह से नष्ट हो गई। सब कुछ बर्बाद करने के बाद हाथियों का दल खुद ब खुद छत्तीसगढ़ की ओर निकल गया।
हाथियों के इस उत्पात से ग्रामीणों में जबरदस्त दहशत देखने को मिला। आलम यह रहा कि हाथियों के दल के रवाना होने के बाद भी काफी देर तक वे अपने घरों की सुधि लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। धीरे-धीरे हिम्मत जुटा कर कुछ लोग गांवों में लौटे तो देखा कि उनके कच्चे घरों की दीवारें दरकी हुई हैं, छप्पर और खप्पर उखाड़ दिया गया है। इसके बाद ग्रामीण अपने घरों को व्यवस्थित करने में जुट गए।
ऐसा नहीं कि हाथियों के इस झुंड ने घर-मकान, झोपड़े और फसलों को ही बर्बाद किया बल्कि एक गरीब के घर में रखे अनाज को भी नहीं छोड़ा। अब हाथियों का झुंड भले चला गया पर ऐसे गरीब परिवार जिनके घर की खाद्य सामग्री तक तहस-नहस हो गया, वो अब दाने-दाने को मोहताज हो गए। वो तो शुक्र हो गांव के उन लोगों का जिनके घरों में कुछ बचा था, उन्होंने ऐसे परिवारों की मदद की, तब जा कर शाम के वक्त चूल्हा जला।
हाथियों के झुंड के जाने के बाद भी क्षति का आंकलन करने को लेकर जहां प्रशासनिक अमला पूरी तरह से निष्क्रिय नजर आया। लेकिन जिला पंचायत सदस्य किरण शाह, भगवान शाह सुबह गांव पहुंचे और पीड़ितों से मुलाकात कर उनके घावों पर मरहम लगाने की कोशिश की। उन्होंने हाथियों द्वारा बर्बाद किए गए ग्रामीणों के घरों और फसलों की तबाही का जायजा लिया। साथ ही कुछ ग्रामीणों मदद पहुंचाई और सभी को ढांढ़स भी बंधाया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई प्रशासन से मिलकर कराई जाएगी।