हाथियों के झुंड के वापस जाने की जानकारी देते हुए डीएफओ विजय सिंह ने बताया कि हाथियों के झुंड के वापस चले जाने से सीमा से सटे गांवों के ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। सभी भयाक्रांत थे, लेकिन अब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। एक सप्ताह तक उन्हें यह डर सता रहा था कि कहीं गजराज की चपेट न आ जाएं।
जानकारी के लिए बताते चलेंकि बीते मंगलवार की देर रात छत्तीसगढ़ से जिले की सीमा में हाथियों का झुंड प्रवेश किया था। इस दौरान उर्ती गांव में तांडव मचाते हुए जहां एक किसान को कुचलकर मार दिया था। वहीं फसल व घरों को नुकसान पहुंचाया था। बीते शुक्रवार को फिर गोभा गांव में बीट प्रभारी को कुचलकर मार दिया। करीब एक सप्ताह के दौरान उर्ती, गोभा सहित आसपास के कई गांवों में फसलों को तबाह कर दिया है। भय के साये में ग्रामीणों की रात गुजर रही थी। फिलहाल फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन डीएफओ ने दिया है।